मधेपुरा नगर परिषद् में नाला निर्माण के नाम सरकारी राशि का जमकर दुरूपयोग


मधेपुरा नगर परिषद् क्षेत्र में नाला निर्माण एवं नाले की साफ़-सफाई के नाम पर वर्षों से हो रही है सरकारी राशि के बंदरबाँट और जमकर लूट की कहानी नई नहीं है.

जहाँ शहर के दो दर्जन से अधिक प्रमुख नाले जाम पड़े हुए हैं वहीँ नगर परिषद् क्षेत्र के गली मोहल्ले और शहर के सरकारी दफ्तरों के आगे हमेशा जल-जमाव की बड़ी समस्या बनी रहती है. ज्ञात हो कि नगर परिषद् इलाके में जल निकासी की कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं है. जल जमाव की समस्या को लेकर शहर वासी काफी परेशान और त्रस्त रहते हैं. वहीँ हलकी बारिश में भी शहर की सूरत बदल जाती है और नारकीय हाल में जीने पर मजबूर हो रहे हैं शहर के लोग. 


आन्दोलन की चेतावनी 


शहर के स्थानीय लोगों की माने तो कई बार पूर्व में भी जिला प्रशासन को इस मामले में लिखित आवेदन देकर ध्यान आकर्षित कराने हेतु गुहार
लगाई जा चुकी है, लेकिन अधिकारी आज तक इस ओर ध्यान देने से हमेशा परहेज करते रहे हैं. अब स्थानीय लोग नगर परिषद् के पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि से परेशान होकर जिला प्रशासन के विरुद्ध उग्र आन्दोलन की चेतावनी भी दे रहे हैं.

शहर के लोगों की माने तो नगर परिषद् क्षेत्र में नाला निर्माण एवं साफ़-सफाई के नाम पर वर्षों से जमकर लूट होती रही है सरकारी राशि की बंदरबांट नई बात नहीं है. पूर्व में बिना डीपीआर तैयार किये ही शहर में हर
जगह नाला का निर्माण कर दिया गया है. हालात ये हैं कि कहीं सड़क से ऊँचा है नाला, तो कहीं नाले में तब्दील है सड़क. जिस कारण लोगों को जल जमाव की भारी समस्या से जूझना पड़ता है. हलकी बारिश में भी स्थानीय लोगों के घर गंदे नाले का बजबजाता पानी घुस जाता है और बदल जाती है शहर की तस्वीर. गुहार लगा-लगा कर  उब चुके हैं शहर के लोग. 

क्या कहते हैं स्थानीय विधायक?


वहीँ इस गंभीर मामले को लेकर स्थानीय राजद के सदर विधायक सह पूर्व मंत्री प्रो.चंद्रशेखर ने विभागीय प्रशासन और सरकार पर उठाया बड़ा
सवाल? कहा गंभीर चिंता का विषय है, शहर में नाला निर्माण और साफ़-सफाई के नाम पर करोड़ों की राशि खर्च हो चुकी है. हमने कई बार खुद शहर में एडभांस डीपीआर तैयार कर संचालन समिति की बैठक में नाला निर्माण कार्यों को लेकर चर्चाएँ भी की है. कुछ दिनों से संचालन समिति की बैठक नहीं हो पायी है. लेकिन इस बीच में बिना डीपीआर तैयार किये ही करोड़ों की राशि खर्च कर सरकारी राशि का बंदरबांट और लूट जरुर हुई है. इस मामले को लेकर हम आने वाले विधान सभा सत्र में मजबूती से आवाज बुलंद करेंगे और दोषी अधिकारी पर जरुर सख्ती से कार्रवाई भी होगी.

क्या कहते हैं जिले के युवा डीएम नवदीप शुक्ला?


इस दिशा में मधेपुरा डीएम नवदीप शुक्ला ने मधेपुरा टाइम्स से बताया कि हमारे यहाँ फ़िलहाल स्टॉक वाटर डेम की पुख्ता व्यवस्था नहीं है. साथ ही
इसे इतनी जल्दी बनाना संभव भी नहीं होगा, हालाँकि तत्काल मानसून आने से पहले शहर के सभी नालों की साफ-सफाई कर जल निकासी के दिशा में प्रयास किया जा रहा है. वहीँ इस दिशा में नगर परिषद के अधिकारी को भी निर्देशित किया जा चुका है. जल्द समस्याओं का निदान कर लिया जाएगा ताकि शहर के लोगों को परेशानी से वंचित रहना पड़े. 

स्थानीय जनप्रतिनिधि और डीएम के तमाम दावे के बाद अब देखना दिलचस्प होगा आखिर स्थानीय शहर वासी को जल-जमाव की समस्याओं से कब मिलती है निजात और वर्षों से नाला निर्माण एंव नाले की साफ़-सफाई मामले में हुई सरकारी राशि के बंदरबांट और लूट मामले पर से कब उठता है पर्दा? 


देखिये वीडीओ, क्या है स्थिति और क्या कहा अधिकारी और जनप्रति ने. यहाँ क्लिक करें.

(कुमार शंकर सुमन, सब एडिटर मधेपुरा टाइम्स)
मधेपुरा नगर परिषद् में नाला निर्माण के नाम सरकारी राशि का जमकर दुरूपयोग मधेपुरा नगर परिषद् में नाला निर्माण के नाम सरकारी राशि का जमकर दुरूपयोग Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on June 29, 2018 Rating: 5

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