मधेपुरा जिले के घैलाढ
परमानपुर ओपी क्षेत्र अंतर्गत भतरंधा
परमानपुर पंचायत के परमानपुर गांव वार्ड नंबर 15 में इलाज के दौरान बुधवार की सुबह 18 वर्षीय रंजीत कुमार की मौत हो गई.
सरकारी अस्पताल की व्यवस्था भगवान् भरोसे
बिहार के सीएम नीतीश
कुमार प्रदेश में विकास के नाम पर भले ही ढिंढोरा पीट रहे हैं मगर सूबे की हकीकत
ठीक इसके विपरीत हैं जहां सरकार सरकारी अस्पताल में बेहतर सुविधा देने के लिए तमाम
कोशिश और वादे तो कर रहे हैं पर बिहार में कई ऐसे परिवार हैं जो पैसे के अभाव में
रात दिन जीवन से संघर्ष कर रहे हैं.
आर्थिक स्थिति खराब रहने के कारण गई जान
ग्रामीणों के
मुताबिक गरीबी के चलते परमानपुर गांव के वार्ड नंबर 15
निवासी मृतक के बड़े भाई चतुरी ठाकुर की आर्थिक स्थिति काफी
खराब है. गरीबी के चलते उनके पिता स्वर्गीय भीखो ठाकुर को 4
माह पूर्व पोलियो के शिकार होकर जान गवानी पड़ी क्योंकि घर
वालों के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह अपने पिताजी का इलाज ठीक ढंग से करा सके।
पिताजी के मौत के बाद रंजीत कुमार को हार्ट प्रॉब्लम होने लगा लेकिन गरीबी और
बेबसी के चलते ठीक ढंग से इलाज नहीं करा पाया ।
बताया कि वैसे सहरसा
में डॉक्टर बृजेश कुमार सिंह से फिलहाल इलाज चल रहा था डॉक्टर बृजेश कुमार ने
बेहतर इलाज के लिए उन्हें दिल्ली AIIMS या लखनऊ हॉस्पिटल में इलाज कराने को कहा लेकिन रंजीत के हार्ट ऑपरेशन के लिए पैसा नहीं रहने के कारण
वह जिंदगी और मौत से जूझता रहा और इतनी बड़ी राशि नहीं जुटा पाने के कारण रंजीत की मौत हो गई ।
(रिपोर्ट: लालेंद्र कुमार)
पैसे के अभाव में गरीब नहीं करा सका इलाज, 18 वर्षीय रंजीत की हुई मौत
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
May 23, 2018
Rating:
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
May 23, 2018
Rating:

No comments: