मधेपुरा जिला मुख्यालय के टीपी कॉलेज में
बिहार टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की एक बैठक रविवार को प्रमंडलीय अध्यक्ष
आनंद कुमार भूषण की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
बैठक में कोशी प्रमंडल के मधेपुरा,
सहरसा, सुपौल के सैकड़ों टीईटी पास अभ्यर्थियों ने भाग लेकर सरकार की दोषपूर्ण नीतियों
का जमकर आलोचना की । बैठक को संबोधित करते हुए टीईटी उत्तीर्ण संघ के प्रमंडलीय
अध्यक्ष आनंद कुमार भूषण ने कहा कि सात साल बाद सितंबर 2017 में राज्य सरकार टीईटी
परीक्षा का आयोजन करवाया था। जिसका परिणाम का प्रकाशन 23 सितंबर को किया गया। लेकिन बिहार
बोर्ड के अनुभवहीनता के कारण इसके प्रश्न-पत्र एवं उत्तर कुंजी
में कई त्रुटियां सामने आने के बाद फिर से दिसंबर माह में आपत्ति मांगा गया था।
उन्होंने कहा इतने दिन के बाद भी आज तक सरकार संशोधित परीक्षा परिणाम जारी नहीं कर
पाई है। बिहार सरकार के उदासीन रवैया के कारण ही राज्य में इतने बड़े पैमाने पर
योग्य शिक्षकों के अभाव के बावजूद भी न तो समय से टीईटी का परिमाण प्रकाशित किया
जा रहा है न ही नियुक्ति से संबंधित नियमावली बनाई जा सकी है।
सरकार के इस दोषपूर्ण नीति से परेशान होकर अब सूबे के सभी जिलों में टीईटी 2017 के
उत्तीर्ण अभ्यर्थी एक जुट होकर आंदोलन का मन बना चुके हैं।
बैठक में अभ्यर्थियों ने कहा कि बहाली की प्रक्रिया दिसंबर 2017 तक के रिक्त
पदों के आधार पर हो। बैठक में जिलाध्यक्ष रंधीर कुमार, जिला महासचिव अनिल कुमार, कोषाध्यक्ष बबलू
कुमार, आशीष आनंद,
अजीत कुमार, तेजनारायण कुमार, संतोष कुमार, बालकृष्ण कुमार, पिंटू कुमार, विश्वजीत कुमार, चंचल कुमार, मिथिलेश कुमार, महानंद कुमार, शशि कुमार, जयशंकर कुमार, विक्रम कुमार, भारती कुमारी, मनीष कुमार, पंचम कुमार, दीपक कुमार, संजीव कुमार, पवन कुमार, सुशांत कुमार, मुकेश कुमार, देवेद्र कुमार, मोनू कुमार सहित सैकड़ों टीईटी अभ्यर्थी उपस्थित थे।
(ए. सं.)
टीईटी पास अभ्यर्थियों की बैठक में सरकार की दोषपूर्ण नीतियों की जमकर आलोचना
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
February 18, 2018
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