उच्च कोटि के शिक्षाविद व मृदुभाषी थे देवेंद्र बाबू: प्रथम पुण्य तिथि पर हुई कई आँखें नम

आरपीएम डिग्री कालेज, मधेपुरा के दशकों तक प्रधानाचार्य तथा वर्षों तक बीएन मंडल विवि के सीनेट, सिंडिकेट एवं वित्त समिति के सदस्य रहे डॉ देबेन्द्र प्रसाद यादव की प्रथम पुण्य तिथि उनके पश्चिमी बाय पास स्थित आवास पर धूम-धाम से मनाई गई ।


इस अवसर पर विवि, महाविद्यालयो के शिक्षक कर्मचारी सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता सहित शहर के महत्वपूर्ण बुद्धिजीवी एवं आमजन उपस्थित रहे। प्रथम पुण्य तिथि का आयोजन उनके एकमात्र पुत्र रेल इंजन कारखाना में पदस्थापित इंजीनियर मयंक कुमार एवं उनके परिजनों ने किया। 

आरपीएम कालेज के सचिव-सह-लॉ कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो सत्यजीत यादव की अध्यक्षता में चले कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए मधेपुरा सदर विधायक-सह-पूर्व मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने कहा कि डॉ देबेन्द्र के साथ मैं वर्षों तक सीनेट, सिंडिकेट का सदस्य रहा। वो एक उच्च कोटि के शिक्षाविद, अनुशासनप्रिय प्रशासक, मृदुभाषी इंसान के साथ साथ आज के युग के महामानव थे। 

मुख्य वक्ता के तौर पर बोलते हुए बीएनएमभी कालेज के संस्थापक प्रधानाचार्य प्रो श्यामल किशोर यादव ने कहा कि आदमी वर्षों में नहीं वरन कर्मों में जीता है। उनके मुख पर सदैव विद्यमान आभामंडल आमजनों को आकर्षित करता था। विशिष्ट अतिथि के तौर पर बोलते हुए टीपी कालेज के नवनियुक्त प्रधानाचार्य डॉ परमानन्द यादव ने कहा कि डॉ देबेन्द्र आत्मा से कोमल, सहृदयता में फूलों से भी कोमल एवं अनुशासन में ब्रज से भी अधिक कठोर थे। 

सभा में सिंडिकेट सदस्य डॉ अजय कुमार, डॉ जवाहर पासवान एवं विवि के पीआरओ डॉ सुधांशू शेखर ने कहा कि देबेन्द्र बाबू का असामयिक निधन मधेपुरा के लिए अपूर्णीय क्षति है जिसे निकट भविष्य में दूर नहीं किया जा सजता है। 

जिला जद यू अध्यक्ष प्रो बिजेंद्र नारायण यादव एवं जिला भाजपा अध्यक्ष स्वदेश कुमार ने कहा कि देबेन्द्र बाबू के नाम पर महाविद्यालय परिशर में उनकी प्रतिमा लगे ताकि आने वाली पीढ़ी उन्हें याद कर उनके पद चिन्हों पर  चलकर समाज को आगे बढ़ा सके। सहरसा जिला परिषद की अध्यक्ष अड़हुल देवी ने कहा कि देबेन्द्र बाबू शिक्षाविद के साथ एक नेकदिल इंसान थे। 

अध्यक्षता करते हुए प्रो सत्यजीत यादव ने कहा कि आज आरपीएम कालेज डॉ देबेन्द्र बाबू के चलते पुरे विवि में सर्वोत्तम स्थान पर है जिसे कॉलेज परिवार कभी भी भूल नहीं सकती है। श्री सत्यजीत ने मंच से घोषणा किया कि अब कालेज की ओर से प्रतिवर्ष देबेन्द्र बाबू का जयंती समारोह मनाया जायेगा साथ ही उनके नाम पर कालेज में बनने वाले नवनिर्मित भवनों का नाम रखा जायेगा तथा महाविद्यालय के प्रशासनिक भवन में उनका बड़ा तैल चित्र रखा आयेगा। 

प्रख्यात उद्घोषक-सह- कार्यक्रम के संयोजक  पृथ्वीराज यदुवंशी के संचालन में चले कार्यक्रम में मुख्य रूप से माया विद्या निकेतन की निदेशक चन्द्रिका यादव, सुजीत मेहता, सामाजिक न्याय जनक्रांति मंच के अध्यक्ष विनोद कुमार उर्फ दारोगाजी, वार्ड आयुक्त अशोक सिंहा, जद यू नेता अशोक चौधरी, डॉ किशोर कुमार, आरपीएम कालेज के प्रधानाचार्य डॉ बेचन यादव, डॉ शिवकुमार यादव, डॉ रविंद्र यादव, प्रो अरुण कुमार, डॉ तेजनारायण यादव, डॉ रंजना यादव, विन्देश्वरी प्रसाद यादव, शैलेंद्र प्रसाद यादव, मधेपुरा के मुख्य डाकपाल राजेश कुमार यादव, प्रो रमेश चंद्र रंजन, डॉ गणेश कुमार, प्रो मणिभूषण, प्रो शिवनंदन यादव, प्रो अनिल कुमार, संजीव कुमार अत्री सहित दर्जनों महत्वपूर्ण जनों ने भी श्रद्धांजलि अर्पित करते अपने उदगार व्यक्त किये ।
उच्च कोटि के शिक्षाविद व मृदुभाषी थे देवेंद्र बाबू: प्रथम पुण्य तिथि पर हुई कई आँखें नम उच्च कोटि के शिक्षाविद व मृदुभाषी थे देवेंद्र बाबू: प्रथम पुण्य तिथि पर हुई कई आँखें नम Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 18, 2018 Rating: 5
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