मधेपुरा जिले के मुरलीगंज में दहेज प्रथा और बाल विवाह को लेकर 21 जनवरी आज रविवार बिहार सरकार द्वारा मानव श्रृंखला बनाने
को लेकर आयोजित कार्यक्रम में मुरलीगंज प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों एवं नगर
पंचायत के लोगों में उत्साह वह नहीं दिखा जो शराबबंदी के समय मानव श्रृंखला बनाने
में लोगों ने दिया था.
मानव श्रृंखला में सरकारी और प्राइवेट स्कूल के बच्चों ने भाग लिया। शहर में
छिटपुट रूप से मानव श्रृंखला बनी थी। मुरलीगंज दुर्गा स्थान चौक से लेकर मिडिल
स्कूल चौक तक वरदान स्कूल के छोटे-छोटे बच्चे तो दुर्गा स्थान चौक से पूर्णिया की
ओर जाने वाली NH 107
पर 50 मीटर के बाद मानव श्रृंखला मानव विहीन थी.
मुरलीगंज और पूर्णिया जिला की सीमा पर भी लोगों की उपस्थिति
कम थी. भारी वाहनों का परिचालन सुबह के 4:00 बजे से ही अवरुद्ध कर दिया गया था. बड़े वाहन मुरलीगंज
कृषि बाजार उत्पादन बाजार समिति में खड़े करवाए गए थे. हाट बाजार में भी छोटे-छोटे
बच्चे स्टेट बैंक के बाद से लेकर बैंक ऑफ इंडिया तक लगभग 200 मीटर के दायरे में खड़े थे.
वहीँ के पी महाविद्यालय से लेकर के एसएच 91 और NH 107 को मिलाने वाले चौराहे मीरगंज चौक पर लोगों की उपस्थिति
मानव श्रृंखला को लेकर काफी कम थी. ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोल्हायपट्टी,
डुमरिया, रघुनाथपुर, रजनी आदि में छिटपुट रूप से लोग कहीं-कहीं हाथों में हाथ
डालकर खड़े नजर आए.
मानव श्रृंखला में सिर्फ स्कूली छोटे छोटे बच्चों के द्वारा सफल बनाने का
प्रयास किया गया किन्तु कपकपाती ठंड में बहुत से लोग घरों में दुबके रहे। निजी और
सरकारी विद्यालय के शिक्षकों ने अपने-अपने विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को
कतारबद्ध लाइन में लगाया ।
मुरलीगंज में मानव श्रृंखला बनाने को लेकर दिखी उत्साह में कमी
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
January 21, 2018
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