मधेपुरा जिले के घैलाढ प्रखंड के अर्रहा महुआ दीगरा पंचायत वार्ड नंबर 8 में
उत्क्रमित मध्य विद्यालय पिपराही में पंचायत समिति सदस्य चंदेश्वरी यादव के द्वारा
विद्यालय का निरीक्षण किया गया ।
जहां विद्यालय में नामांकित बच्चे 268 लेकिन उपस्थित बच्चे की संख्या 30 पाई गई, वहीँ कुल शिक्षक की संख्या 6 जिसमें
1 शिक्षक तथा 2 शिक्षिका मौजूद थे । बाकी शिक्षक गायब मिले ।
ग्रामीणों ने बताया कि प्रधानाध्यापक राजेश रवि के मिलीभगत से शिक्षक अनुपस्थित
रहते हैं और एमडीएम भोजन अक्सर बंद ही रहता है. वहीं पंपस सदस्य श्री यादव ने
बताया कि शिक्षा समिति द्वारा सचिव का तो गठन हो चुका है लेकिन सचिव चंदन देवी के
द्वारा गठन तिथि के 2 माह पहले से चेक की राशि पर हस्ताक्षर प्रधानाध्यापक राजेश
राज रवि के द्वारा जबरन करवाने की बात कहते हैं. जिस पर सचिव द्वारा विरोध करने पर
विद्यालय प्रधान द्वारा मनमानी तरीके से विद्यालय के अध्यक्ष द्वारा पोशाक राशि से
लेकर अन्य तरह की चेक राशि पर हस्ताक्षर कर काम निपटा लेते हैं.
मजे की बात यह भी है कि विद्यालय की रसोईया लक्ष्मी देवी के पति इस
विद्यालय के सहायक शिक्षक रूप में कार्यरत हैं. ग्रामीण ने बताया कि इस तरह की
मनमानी इन विद्यालय के लिए आम बात सी रह गई है वही पंचायत समिति सदस्य ने बताया कि
इस विद्यालय को अनियमित ढंग से चला रहे प्रधानाध्यापक के विरूद्ध लिखित आवेदन
ग्रामीणों द्वारा अधिकारियों को कई बार दिया गया लेकिन किसी तरह की कोई कार्यवाही
अभी तक नहीं हो सकी है ।
उधर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी उमेश तिवारी से दूरभाष पर पूछे जाने पर उन्होंने बताया
कि शिक्षा समिति के गठन में विवाद को लेकर
तत्काल अध्यक्ष पद पर स्थापित कृष्णानंद पासवान के द्वारा ही विद्यालय के विकास मद व बैठक की कार्यवाही होती है।
शिक्षा का हाल बेहाल: मधेपुरा जिले के इस विद्यालय में भी है भारी अनियमियता
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 04, 2017
Rating:
