
सूर्योपासना का महान पर्व छठ नहाय खाय के साथ मंगलवार को शुरू हो गया। मधेपुरा
जिला मुख्यालय समेत के जिले के विभिन्न प्रखंडों में बनाए गए कुल 152 घाटों पर जिले के लाखों व्रती भगवान दीनकर को संध्या तथा सुबह
में अर्घ्य देकर चार दिनों के बाद छठ पर्व संपन्न करेंगी।
आज नहाय-खाय के दौरान व्रती आस्था के साथ अपने घरों को साफ-सुथरा कर तथा स्नान
पूजा के बाद कद्दु-भात ग्रहण की। बुधवार को खरना किया जाएगा। इसके दौरान छठ के
मौके पर सूर्य देवता को चढ़ाने के लिए प्रसाद बनाऐंगी। पूरे दिन निर्जल रहकर शाम को
पूरी तथा खीर का प्रसाद
चढ़ाकर घर के सभी सदस्य उसे ग्रहण करेंगे। गुरूवार को शाम
में जिले के विभिन्न घाटों पर मौजूद व्रती अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित
करेंगी। इसके बाद छठ पर्व के अंतिम दिन शुक्रवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य के
साथ इस महापर्व का समापन हो जाएगा। चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व को काफी निष्ठा
तथा नियमों के साथ मनाया जाएगा।

जिला मुख्यालय के भीरखी नदी घाट, सुखासन नदी घाट, साहुगढ़ नदी घाट तथा गुमटी नदी घाट को दुल्हन की तरह सजाया
जा रहा है। भीरखी नदी घाट की सजावट मुफ्त में उत्तम टेन्ट हाऊस के द्वारा किया जा
रहा है जबकि अन्य घाटों की सजावट जन सहयोग से किया जा रहा है।
छठ को लेकर विधि-व्यवस्था चुस्त: छठ के शांतिपूर्ण तथा सफलतापूर्वक आयोजन को
लेकर जिला प्रशासन की ओर से चुस्त-दुरूस्त व्यवस्था किया गया है। इसके लिए जिला
पदाधिकारी मो. सोहैल तथा पुलिस अधीक्षक विकास कुमार के द्वारा संयुक्त आदेश जारी
कर सैकड़ों प्रशासनिक तथा पुलिस पदाधिकारियों को विभिन्न घाटों पर तैनात किया गया
है। जिले के सभी 152 घाटों पर एक स्थायी दंडाधिकारी के साथ-साथ एक पुलिस
पदाधिकारी तथा 4-1
का पुलिस बल तैनात किया गया है। दोनों अनुमंडलों के अनुमंडल पदाधिकारी को
विधि-व्यवस्था की पूरी जवाबदेही सौंपी गयी है। इसके साथ ही संबंधित थाना के
थानाध्यक्ष अपने क्षेत्र में पड़ने वाले घाटों का लागातार निरीक्षण करते रहेंगे।
सभी घाटों से सूचना प्राप्त करने के लिए जिला मुख्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित
किया गया है। नियंत्रण कक्ष में हर वक्त दंडाधिकारी तथा पुलिस पदाधिकारियों को
मौजूद रहने का निर्देश जारी किया गया है ताकि विशेष परिस्थिति में उन्हें कही भेजा
जा सके।
घाटों पर धूम्रपान करने पर 200 रूपए का जुर्माना: संयुक्त आदेश में सभी पदाधिकारियों को
निर्देश दिया गया है कि किसी भी हालत में घाटों पर मौजूद लोगों द्वारा धूम्रपान नहीं
किया जाय। धूम्रपान करने वाले को पुलिस हिरासत में लेकर 200 रूपए का जुर्माना करेगी। घाटों पर मौजूद अनजान वस्तुओं को छूने
पर भी रोक रहेगा। अधिक पानी वाले नदियों पर बने घाटों पर नाव तथा एसडीआरएफ के
जवानों को तैनात किया जाएगा ताकि पर्व के दौरान किसी तरह की अप्रिय घटना न हो।
डीएम व एसपी ने किया घाट का निरीक्षण: घाटों पर साफ-सफाई सुनिश्चित करने के
लिए जिला पदाधिकारी मो. सोहैल तथा पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने संबंधित अंचल के
अचलाधिकारी तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ छठ घाटों का निरीक्षण किया तथा
आवश्यक निर्देश दिया।
घाटों पर आतिशबाजी पर रोक: जिला पदाधिकारी ने छठ घाटों को प्रदूषण मुक्त रखने
के उद्येश्य से सभी घाटों पर आतिशबाजी पर रोक लगा दिया है। आतिशबाजी करने वालों के
खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
छठ के मौके पर मेला का अयोजन: जिला मुख्यालय के भीरखी नदी घाट पर छठ पूजा के
मौके पर दो दिवसीय मेला का आयोयन किया जाएगा। मेला समिति के अध्यक्ष गोपी पंडित ने
बताया कि इस मौके पर भगवान सूर्य देव तथा मां काली की प्रतिमा बनाया गया है। छठ
पर्व के मौके पर इस घाट पर आने वाले श्रद्धालु मां काली तथा सूर्य देव का
पूजा-अर्चना करते हैं जिससे उनके मन की मुराद पूरा होती है। इस मौके पर दो दिवसीय
सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
(रिपोर्ट: मंजू देवी)
नहाय खाय के साथ चार दिनों के आस्था का महापर्व छठ शुरू, घाटों पर तैयारी जोरों पर
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 24, 2017
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