

मधेपुरा में लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा को
192 घाटों पर मनाया जा रहा है. जिले के सभी
खतरनाक घाटों पर बैरिकेटिंग की खास व्यवस्था की गई है और पूरे जिले में छठ के
दौरान सुरक्षा
के पुख्ता इंतजाम जिला प्रशासन के द्वारा किये गए हैं.



भीड़ वाले जगहों, जहाँ छठ के घाट बनाये गए हैं, से गुजरने वाली
सड़कों से इस दौरान बड़ी वाहनों के परिचालन पर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है.
बता दें कि मधेपुरा के भिरखी घाटों के अलावे गुमटी घाट और सुखासन घाट पर कड़ी
सुरक्षा के इंतजाम हैं और जिला प्रसासन के अधिकारी समेत डी एम मो० सोहैल और एसपी विकास
कुमार खुद विभिन्न घाटों का दौरा लगातार आज शाम छठ पूजा के दौरान भी करते रहे. महत्वपूर्ण भिरखी घाट पर मौजूद मधेपुरा सदर एसडीओ संजय कुमार निराला ने
मधेपुरा टाइम्स को जानकारी देते हुए बताया कि घाटों पर सुरक्षा के ख़ास इंतजाम किये
गए है. गोताखोरों और एसडीआरएफ की टीम मोटरबोटों से लगातार निरीक्षण में हैं. हर
जगह पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मुस्तैद हैं.
उधर महिला पुलिस भी घाट पर मौजूद थी और महिला थाना प्रभारी प्रमिला भी ख़ास तौर
पर घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था में लगी हुई थी.
मधेपुरा के घाटों पर मधेपुरा सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव भी लोगों का
हालचाल पूछते नजर आये.
मधेपुरा जिला मुख्यालय में सबसे अधिक भीड़ वाले छठ घाट भिरखी पर इस बार भी
उत्तम टेंट हाउस की तरफ में पंडाल और लाईट की खूबसूरत सजावट की गई थी. लाउडस्पीकर
से श्रद्धालुओं को ख़ास निर्देश भी दिए जा रहे थे.
जिले के कई घाटों पर एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फ़ोर्स) की टीमें
मोटरबोट से नदी और तालाबों में सुरक्षा के लिए घूमती रही. जिले के सिंहेश्वर मंदिर
स्थित शिवगंगा के घाटों की सजावट अभूतपूर्व की गई थी और सुरक्षा के भी ख़ास इंतजाम
थे.
नहाय-खाय और खरना के बाद आज तीसरे दिन शाम को घाटों
पर छठ व्रतियों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर नमन किया और अपनी-अपनी मन्नते भी
मांगी. कहा जाता है कि सच्चे मन से जो भक्त छठ मैया से मन्नते मांगते है उनकी
मन्नते अवश्य पूरी होती है. कल सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ की आस्था के
इस महापर्व का समापन हो जाएगा.
(MT Team)
आस्था के महापर्व छठ के तीसरे दिन अस्ताचलगामी सूर्य को दिया अर्घ्य
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 26, 2017
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