मधेपुरा
जिले में बाल काटने की घटना से जिले में दहशत का माहौल है । लोगों में दहशत का आलम
यह है कि गांवों में कोई भी अंजान महिला -पुरूष के देखे जाने पर उन्हे बाल काटने
वाले समझ लेते हैं ।
लोग
सच्चाई जानने से पहले उस पर इस कदर टूट पड़ते हैं कि उन अंजान लोगों को जान बचाना
मुश्किल हो रहा है । जिले में तीन ऐसी घटना हो चुकी है जिसमें अंजान लोग आक्रोशित
भीड़ के शिकार हो चुके हैं । मौके पर पुलिस नहीं पहुंची होती तो इन लोगों की जान भी
जा सकती थी । जिले के बराही हसनपुर गांव के ग्रामीणों ने मंगलवार की रात एक महिला
को पकड़ कर उसपर बाल काटने का आरोप लगाते हुए जमकर घुनाई करने के बाद पुलिस के
हवाले कर दिया । पुलिस ने महिला की जांच की तो पता चला कि महिला विक्षिप्त थी । वह
रात में घर से निकल गयी थी ।
दूसरी
घटना बुधवार की रात की है, एक दम्पति सहरसा से अपने रिश्तेदार के घर, जिले
के भेलवा गढ़िया गांव जाना था, लेकिन ऑटो वाले ने भेलवा
गढ़िया के बजाय बालम गढ़िया गांव पहुंचा दिया । ऑटो चालक की एक भूल से दम्पति को बाल काटने वाला समझ कर पीट-पीट
कर अधमरा कर दिया। इतना ही नहीं पति भागकर पंचायत के वार्ड न० 4
पहुंचा लेकिन वहाँ भी ग्रामीणों ने उनकी जमकर पिटाई करने के बाद
सदर थाना पुलिस के हवाले कर दिया । जबकि उनकी पत्नी को मिठाई पुलिस ने किसी तरह
बचाया तो उनकी जान बची । पुलिस ने दम्पति की जांच की तो मालूम हुआ कि वे अपने
रिश्तेदार से मिलने भेलवा आया था ।
तीसरी
घटना ने अंधविश्वास की हदे पार कर गयी ।तीन महिला अपने रिश्तेदार से मिलने जा रही
थी कि सुखासन गांव में तीनों महिला पानी पीने के लिए रूकी तो वहां खड़ी महिला ने
उनलोगों से पूछा कि कहाँ घर है?
महिला ने घर सौरबाजार बतया फिर क्या था उसने बाल काटने वाली
अफवाह फैला दी । देखते-देखते भीड़ ने पिटाई शुरू कर दी । घटना की सूचना मिलते ही
पुलिस तीनों महिलाओं को थाना ले गई । बाल काटने की अफवाह एक दम्पति को काफी महंगा
पड़ा । इतना ही नहीं ग्रामीणों ने दम्पति के साथ जमकर मारपीट की । वे लोग किसी तरह
भाग कर जान
बचाई । पुलिस को सूचना मिलने पर दम्पति को अपने कब्जा में लिया । लेकिन
पुलिस ने मामले की जांच के बाद सच्चाई काफी चौकाने वाली थी । हुआ यूँ कि बुधवार को
सहरसा जिले के मदनपुर गांव शत्रुघ्न राम की पुत्री राजो कुमारी की शादी यु.पी के
एक लड़के से तीन दिन पूर्व शादी हुई थी, राजो के पति के
रिश्तेदार मधेपुरा जिले के सदर थाना क्षेत्र के भेलवा गढ़िया गांव में रहता है,
वे अपने रिश्तेदार से मिलने के लिए बुधवार की शाम सहरसा से ऑटो
से चला वे ऑटो चालक को भेलवा गढ़िया की जगह सिर्फ गढ़िया गांव जाने की बात कह कर
ऑटो पर बैठ गया । ऑटो चालक ने उसे भेलवा गढ़िया की जगह उसे बालम गढ़िया पहुंचा
दिया । उस समय 8:30 का समय हो रहा था, ग्रामीण ने गांव में अपरिचित दम्पति देख कर गांव में बाल काटने वाले की
अफवाह फैला दी । देखते ही देखते दम्पति की पिटाई शुरू हो गई, जिसमें पति भाग कर पंचायत के वार्ड 4 में जा
पहुंचा, लेकिन गांव मे देर रात को अजनबी को देख
ग्रामीणों ने बाल काटने वाला समझकर जमकर घुनाई कर दी । दोनों टोला के ग्रामीणों ने
घटना की जानकारी मिठाई सदर पुलिस को दी । मिठाई पुलिस प्रभारी महेश यादव ने तत्काल
बालम गढ़िया पहुंच कर राजो देवी को अपने कब्जे में कर तत्काल उन्हे अल्पवास में
रखा । जबकि सदर थाना पुलिस ने उनके पति को गांव से पकड़ कर कर थाना लाया । यहाँ पुलिस तत्काल नहीं पहुंची होती तो अफवाह
में कोई बड़ा हादसा होने से नहीं रूक पाता । मिठाई प्रभारी महेश यादव ने बताया कि
बाल काटने की अफवाह का शिकार यह दम्पति हुए हैं ।
सच्चाई यह है कि गांव के नाम के कारण दम्पति को जिस गांव जाना था वहां नहीं जाकर
दूसरे गांव चला गया ओर बाल काटने वाला समझने के कारण ग्रामिणों के द्वारा पिटा गया ।

बाल काटने के नाम पर 3 घटनाओं में अफवाह का शिकार हो लोगों के हत्थे चढ़े निर्दोष
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 12, 2017
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