मधेपुरा जिले का पुरैनी
प्रखंड पूर्णियां जिले का सीमावर्ती है और यहाँ से भागलपुर, कटिहार और खगड़िया जाने को
अलग-अलग रास्ते हैं लेकिन ये रास्ते ऐसे हैं जिन्हें देखकर आपकी अंतरात्मा कभी
जाने को तैयार न होगी.
क्योंकि बड़े गड्ढे हैं इस
राह में। अगर भूलवश
जिला मुख्यालय जाना पड़ जाये तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं। पुरैनी
से जिला मुख्यालय की दूरी 45 किलोमीटर है लेकिन यह सफर इतना ‘सुहाना’
है मानो आप झूला झूल रहे हैं. खासकर अगर आपको सावन माह में जिला जाना पड़ जाय तो फिर
तो खा कहना ! क्योंकि पुरैनी से उदाकिशुनगंज तक हाल में ही नजरें इनायत हुई थी
सरकार की और ‘8 फिटिया’ मखमली सड़क का निर्माण हुआ जो कि उदाकिशुनगंज से चौसा भटगामा
तक हुआ लेकिन महज 25 से 30 किलोमीटर की दूरी की इस सड़क के निर्माण में सालों बीत
गये. जब तक एक छोर से दुसरे छोर तक सड़क मुकम्मल हुई तबतक पुरैनी से उदाकिशुनगंज के
बीच की सड़क जो शैषवावस्था से सीधे बुढ़ापे में ही चली गई. किसी ने इस सड़क की जवानी को न देखा और फिलवक्त
हाल यह है कि सड़क कई जगह टूट चुके हैं और कई जगह सड़क पर गड्ढे छोटे बड़े हर साईज के
बन गये हैं।
जिला मुख्यालय जाना पड़ जाये तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं। पुरैनी
से जिला मुख्यालय की दूरी 45 किलोमीटर है लेकिन यह सफर इतना ‘सुहाना’
है मानो आप झूला झूल रहे हैं. खासकर अगर आपको सावन माह में जिला जाना पड़ जाय तो फिर
तो खा कहना ! क्योंकि पुरैनी से उदाकिशुनगंज तक हाल में ही नजरें इनायत हुई थी
सरकार की और ‘8 फिटिया’ मखमली सड़क का निर्माण हुआ जो कि उदाकिशुनगंज से चौसा भटगामा
तक हुआ लेकिन महज 25 से 30 किलोमीटर की दूरी की इस सड़क के निर्माण में सालों बीत
गये. जब तक एक छोर से दुसरे छोर तक सड़क मुकम्मल हुई तबतक पुरैनी से उदाकिशुनगंज के
बीच की सड़क जो शैषवावस्था से सीधे बुढ़ापे में ही चली गई. किसी ने इस सड़क की जवानी को न देखा और फिलवक्त
हाल यह है कि सड़क कई जगह टूट चुके हैं और कई जगह सड़क पर गड्ढे छोटे बड़े हर साईज के
बन गये हैं।
उसके बाद उदाकिशुनगंज से
मधेपुरा की फिलहाल की स्थिति से सभी वाकिफ हैं। पुरैनी से अगर पूर्णियां जाना हो
तो पूर्णियां जिले के अकबरपुर सीमा, जिसकी दूरी महज 6 से 8 किलोमीटर है, इस सफर को
तय करना भी काफी ‘रोमांचक’ है. सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे, कीचड़, पानी का जमावड़ा आपके मन मोह
लेंगे । बता दें कि पुरैनी के योगीराज से भटौनी बंशगोपाल होते हुए अकबरपुर पूर्णियां
तक जाने वाली सड़क जानलेवा बन चुकी है। सड़क को टूटे हुए वर्षों बीत गये लेकिन अब तक
उसकी मरम्मत न हुई इलाके के व्यापारी जिन्हें पुर्णिया या गुलाबबाग मंडी से काम है
वो कई जगह सड़क पर गड्ढे में ईंट का टुकड़ा डालकर आवागमन करते है। यही स्थिति पुरैनी
मुख्यालय बाजार से चटनमा होते हुए मकदमपुर तक जाने वाली सड़क की है, जो कि पूर्णियां सीमा को छूती है. हाल में मकदमपुर के
बजरंगबाली चौक से मधेपुरा सीमा तक सड़क बनी, लेकिन महज 200 मीटर की दूरी तक सड़क न
बनने से इस सड़क का कोई औचित्य ही नहीं बच पाता है. क्योंकि 200 मीटर की यह दूरी जो
कि पूर्णियां क्षेत्र में पड़ता है पूर्णतः गड्ढा है। लेकिन क्षेत्र के सत्तानशीनों के खोखले दावे और
बड़े बड़े बोल के सामने ये सारी चीजें दिखती ही नहीं किसी को।
बहरहाल खस्ताहाल सड़कों के बावत
उदाकिशुनगंज डिवीजन के ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता एस के प्रसाद का
कहना है कि योगीराज से पूर्णियां सीमा तक जाने वाली सड़क अगर मेंटेनेंस में होगा तो
अविलंब सड़क की मरम्मती होगी और अगर दुबारा टेंडर में होगा तो शीघ्र टेंडर जारी कर
सड़क निर्माण कराया जाएगा।
‘बड़े गड्ढे हैं इस राह में’: जी हाँ, ये सुशासन की खस्ताहाल सड़क है !
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
July 28, 2017
Rating:
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July 28, 2017
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