
परिजनों का आरोप है कि लगभग आधे घंटे से ड्यूटी से डॉक्टर गायब थे, जिसके कारण उपचार में विलंब हुआ जिसकी वजह से मोहम्मद नीरो की मौत हो गई. परिजन मोहम्मद नीरो की मौत का जिम्मेदार डॉक्टर को मानते हैं.
परिजनों ने आपातकालीन चिकित्सा कक्ष में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के रूम में जमकर की तोड़ फोड़ कर सामानों को उलट-पुलट दिया. इसके बाद उन्होंने डॉक्टरों के साथ हाथापाई भी की जिससे डॉक्टर जान बचाकर भाग खड़े हुए. बताया कि जिस समय रोगी को लाया गया था, उस समय डॉक्टर दी. पी. रमण की ड्यूटी थी. अस्पताल में जब हंगामा हो रहा था तब अस्पताल के कर्मचारी बगल के 25 मीटर की दूरी पर नगर थाना पहुंचकर अपनी जान बचाई.
रोगी की मौत का जिम्मेवार डॉक्टर को मानकर मुरलीगंज पीएचसी में तोड़फोड़
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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May 14, 2017
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