मधेपुरा में संयुक्त छात्र संगठन के द्वारा कुलपति का अर्थी जुलूस निकाला और राष्ट्रीय सेमिनार के बहाने एक पार्टी विशेष को प्रमोट करने का आरोप लगाते हुए संयुक्त छात्र संगठन ने वीसी विनोद कुमार के उस बयान की निंदा की है जिसमें भगवान शिव को सिनेट सदस्य बनाने की बात कही गई थी.
बीएनएमयू के वीसी इस बयान के विरोध में संयुक्त छात्र संगठन ने विश्वविद्यालय परिसर से मुख्य द्वार तक कुलपति विनोद कुमार का अर्थी जुलूस निकाला. एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव मनीष कुमार ने कहा कि वीसी डॉ. विनोद कुमार डीयू एवं जेएनयू की तर्ज पर बीएनएमयू के भी भगवाकरण करने में लगे हैं. कहा कि कुलपति खबरदार रहे क्योंकि समाजवाद की धरती पर यह गंदी पहल स्वीकार नहीं होगी. कुलपति को अपनी कार्यशैली में संयम लाने की जरूरत है.
एआईएसएफ के संयुक्त राज्य सचिव से विश्वविद्यालय प्रभारी हर्षवर्धन सिंह राठौर ने वीसी के बयान बाजी की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय कोई धार्मिक संस्था नहीं है जहां कि किसी भगवान को सिनेट सदस्य बनाया जाए. विश्वविद्यालय एक धर्मनिरपेक्ष संस्था है जहां सभी धर्मों का समान महत्व होता है.
एनएसयूआई के पूर्व राष्ट्रीय प्रतिनिधि प्रभात कुमार मिस्टर ने कहा कि विश्वविद्यालय के बैनर का राष्ट्रीय सेमिनार में दुरुपयोग हुआ, जिसमें स्थानीय लोगों एवं छात्रों को छला गया. अर्थी जुलूस में नीरज कुमार, गुड्डु, आनंद, विद्यासागर, गणेश, दिलखुश, सुमित कुमार संत आदि मौजूद थे.
अर्थी जुलूस: भगवान् शिव को सीनेट सदस्य बनाने का संयुक्त छात्र संगठन ने किया विरोध
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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March 06, 2017
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