
पहले राष्ट्रीय मजदूर
काग्रेस (इंटक) सहरसा के मजदूरों ने बैनर और तख्ती के साथ अपनी मांग श्रम कानून
एवं श्रमिक योजनाओं को सख्ती से लागू करवाने तथा सहरसा में बन रहे जीएसएम
छात्रावास में 300 मजदूरों को चार माह से लंबित वेतन का भुगतान के लिए प्रदर्शन
किया. बताया कि जिसके लिये उनके द्वारा जिलाधिकारी को भी आवेदन दिया गया था,
लेकिन
उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी.
इंटक के जिलाध्यक्ष सत्यनारायण चौपाल ने
कहा कि प्रशासन के उदासीन रवैये के कारण मजदूरों को अपने परिवार के साथ दर-दर
भटकना पड़ रहा है. उन्होंने कहा इस तरह श्रम कानून की धज्जियाँ उड़ाने वाले दोषी
नियोजकों एवं शिथिल पदाधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाय. मौके पर जितेंद्र
ऋषिदेव,
अशोक
शर्मा, प्रियतम
कुमार चौधरी,
सुमन
महतो, चितौर
पासवान,
महेन्द्र
मुखिया,
मो.
कलीम, मुनचुन
पासवान,
दिलचन
पासवान,
विलास
शर्मा, नाथो
शर्मा सहित सैकड़ों मजदूर शामिल थे.
दूसरी तरफ इसी चेतना सभा के दौरान ही आंगनबाड़ी
सेविकाओं ने अधिक काम अधिक वेतन के लिए जम कर नारेबाजी की. हालांकि पुलिस और
प्रशासन के कड़े रूख को देखते ही उनके नारे ‘नीतीश जिंदाबाद’
और ‘हमारा
नेता कैसा हो नितीश कुमार जैसा हो’ में बदल गया.
इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया
को संबोधित करते हुए कहा कि पहले आप लोग नारेबाजी करने वालो को कवर कर लें. आपका
कैमरा जब तक उधर रहेगा हल्ला होते ही रहेगा तब तक हम कुछ नहीं बोलेगे. उन्होंने
व्यंग्य करते हुए कहा कि इन लोगों का समाचार पटना ऐडीसन में भी छपवा दिजियेगा ताकि
इनकी समस्या जान सके.
सहरसा: नीतीश की सभा में विरोध प्रदर्शन
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 17, 2016
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