दस रूपये के सिक्के बाजार में दूकानदारों द्वारा नहीं लिए जाने से आमजनों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं उक्त सिक्के को ले या न ले इस बात पर फुटकर दूकानदारों समेत अन्य के बीच भी संशय की स्थिति बनी हुई है.
क्या दस के सिक्के बाजार में नकली हैं
? शायद मीडिया में आई कुछ रिपोर्ट्स के आधार पर आप भी कहेंगे हाँ.
पर संशय हटाइये. ₹ लिखा हुआ असली, बाकी नकली या फिर दस लाइन वाला असली और पंद्रह
लाइन वाला नकली, इस सब बातों पर से कन्फ्यूजन दूर कीजिए. हमारा कहना है कि सब अफवाहें
हैं और बाजार में आप दस रूपये के जो सिक्के देख रहे हैं वो सारे असली हैं.
कई
बड़े मीडिया ने भी असली और नकली ₹ 10 के सिक्कों की तुलनात्मक तस्वीरें बनाकर
पेश कर दी जिससे भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई. पर जब आज हमने बैंक के कुछ अधिकारियों
से इस पर बातें की तो निष्कर्ष तक पहुँचने में मदद मिली है.
उदाकिशुनगंज
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ब्रांच मैनेजर ने साफ़ किया कि ये पूरी तरह अफवाह है और बाजार
में मिलने वाले 10 रूपये के सभी सिक्के असली हैं. उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया
को दस रूपये के एक सिक्के को ढालने में करीब 13 रूपये खर्च आते हैं और कोई नकली सिक्का
बनाने वाला भी यदि इसे ढाले तो मूल्य के आसपास ही खर्च पड़ेगा. ऐसे स्थिति में कोई बिना
ख़ास मुनाफे के इतना बड़ा रिस्क नहीं लेना नहीं चाहेगा. उन्होंने दो-टूक शब्दों में कहा
कि बैंक के कैश सेक्शन में जिसने लम्बे समय तक काम किया है उसे कोई कन्फ्यूजन नहीं
है. दस रूपये के कुल पांच डिजायन के असली सिक्के मार्केट में हैं, इसलिए भ्रामक ख़बरों
से बचने की जरूरत है.
(रिपोर्ट: रानी देवी)
अफवाहों पर ध्यान न दें! मार्केट में दस रूपये के सभी सिक्के हैं असली
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 02, 2016
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