मधेपुरा जिले
के बिहारीगंज
में दो समुदायों
के बीच हुई
हिंसा के बाद
जहाँ सम्बंधित थानाध्यक्ष राजेश
कुमार-II को सस्पेंड
कर दिया
गया वहीँ कई
लोगों के आरोप
के बाद तत्कालीन
उदाकिशुनगंज एसडीपीओ
रहमत अली को स्तानान्तरित
कर मधेपुरा
सदर का मुख्यालय
एसडीपीओ बनाने
पर आक्रोश
जारी है.
मधेपुरा
में सोमवार को विश्व
हिन्दू परिषद्
और बजरंग
दल के कार्यकर्ताओं
के द्वारा
बिहारीगंज में एकपक्षीय
कार्यवाही का आरोप
तथा घटना
के लिए डीएसपी
रहमत अली को
जिम्मेवार ठहराते
हुए बिहार
के मुखिया
नीतीश कुमार का पुतला
फूंका गया. पुतला
दहन कार्यक्रम
को संबोधित
करते हुए विश्व
हिन्दू परिषद् के प्रदेश
सह मंत्री
संजय सागर ने
कहा कि बिहार
सरकार के मुखिया
नीतीश कुमार
वोट बैंक
की राजनीति
के लिए एकतरफा
कार्यवाही कर रहे
हैं. उन्होंने
कहा कि घटना
के दोषी
को बचाने
के आरोप में
स्थानांतरित डीएसपी
रहमत अली के
मधेपुरा में रहने
से हम नाराज हैं,
क्योंकि शक ये
है कि ये
यहाँ रहकर निर्दोष
लोगों को फंसायेंगे.
मौके
पर अभाविप
के विश्वविद्यालय संयोजक
राहुल यादव ने
कहा कि बिहारीगंज
की घटना प्रशासनिक
लापरवाही का परिचायक
है. यदि समय से
कार्यवाही की जाती
तो घटना टल
सकती थी. मौके
पर चन्दन
यादव, बबलू राज, सूरज ठाकुर,
जटाशंकर कुमार,
वीएचपी जिलाध्यक्ष
लोकशंकर कुमार
समेत दर्जनों कार्यकर्ता
उपस्थित थे.
डीएसपी रहमत अली को मधेपुरा में रखे जाने के खिलाफ विहिप तथा बजरंग दल ने फूंका मुख्यमंत्री का पुतला
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 18, 2016
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