
गत 19 अगस्त को बिहार के छपरा के अमनौर में केन्द्रीय राज्यमंत्री (कौशल विकाश मंत्रालय स्वतंत्र प्रभार) श्री राजीव प्रताप रुढी ने डायरेक्ट टू विल्लेज पैथोलॉजी सेवा का लोकार्पण के बाद संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत गांवों का देश है और डॉक्टरो

केन्द्रीय मंत्री ने इस अवसर पर प्रशिक्षित युवाओ को प्रमाण पत्र भी वितरित किया. आयोजित कार्यक्रम को पदमश्री डॉ जीतेन्द्र सिंह (कैंसर विशेषज्ञ), स्थानीय विधायक शत्रुघ्न तिवारी (चोकर बाबा) ने भी संबोधित किया. भाषा के अध्यक्ष डॉक्टर अजय कुमार और आईएमए सचिव डॉ हरिहर दीक्षित भी इस अवसर पर उपस्थित थे. डॉ अजय कुमार ने अपनी संबोधन में कहा कि डॉ प्रभात रंजन द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में यह चिकित्सा का अनूठा प्रयोग है. इस अवसर पर डायरेक्ट टू विल्लेज पैथोलॉजी सेवा की डायरेक्टर डॉ रूपम व पैथोलोजिस्ट डॉ प्रभात रंजन ने बतया कि इस अभियान के तहत बिहार के सुदूर ग्रामीण अंचलो में भी सस्ते दर पर वर्ल्ड क्लास पैथोलोजी जाँच की सुविधा अगले पांच वर्षो में प्रारंभ होगी. बताया कि ग्रामीण गर्भवती महिलाओ और बुजुर्गो को जाँच के लिये नजदीकी शहरों में जाने के दौरान होने वाली परेशानी को ध्यान में रख कर इस पैथोलोजी सर्विस की शुरुआत की गयी.
ज्ञात हो कि डॉ प्रभात रंजन डाईगोनेस्टिक एंड रीसर्च सेण्टर, पटना के कंकरबाग इलाके में स्थापित बिहार का एक मात्र पैथोलोजी सेण्टर है जहा कैंसर से सम्बंधित सभी मॉलिकुलर जाँच उपलब्ध है.
बिहार के ग्रामीण इलाके में निशुल्क चिकित्सा शिविरों के माध्यम से पैठ बना चुके और पीजीआई चंडीगढ़ से पास आउट पैथोलोजिस्ट डॉ प्रभात रंजन है ने मधेपुरा टाइम्स को बताया कि इस अभियान के तहत स्थानीय ग्रामीण युवक-युवतियों को ट्रेनिंग देकर रोजगार का अवसर भी इस में प्रदान किया जाता है और जल्द ही उनकी डायरेक्ट टू विल्लेज पैथोलॉजी (DTVS) सेवा मधेपुरा समेत कोसी के पिछड़े इलाके के लिए भी होगी, ताकि इस इलाके के लोगों को भी बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध हो सके.
राज्य स्तरीय लोकार्पण के बाद अब ‘डायरेक्ट टू विल्लेज पैथोलॉजी सेवा’ कोसी के इलाकों के लिए भी तैयार
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 15, 2016
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