मधेपुरा जिले के आलमनगर थानाक्षेत्र में कल विजया स्मारक प्रोजेक्ट 10+2 कन्या उच्च विद्यालय में प्रधानाध्यापक द्वारा एक दशवीं की छात्रा के साथ छेड़खानी के आरोप के बाद जहाँ इलाके में तनाव का माहौल रहा, वहीँ आरोपी प्रधानाध्यापक को गिरफ्तार कर थाना लाने के बाद कुछ जनप्रतिनिधियों का कृत्य निंदनीय रहा.
क्षेत्र के कई जनप्रतिनिधि इस घिनौने कृत्य को ढंकने की जद्दोजहद में लगे रहे और देर रात तक वे लोगों के बीच अफवाहों का दौर चलाते रहे कि प्रधानाध्यापक को छोड़ दिया गया है. हालाँकि स्थानीय, कुछ जनप्रतिनिधि, बुद्धिजीवी एवं नेताओं ने इस घटना की निंदा करते हुए हर हाल में प्रधानाध्यापक को सजा दिलाने के लिए तत्पर भी दिखे एवं वरीय पदाधिकारी को प्रधानाध्यापक की छात्रा के साथ किये गये अर्मयादीत आचरण के लिए हरहाल में सजा दिलाने के लिए मोबाईल से बात करते रहे हलांकि कुछ जनप्रतिनिधि घटना के बाद से हीं उक्त पिड़ित छात्रा के अभिभावक को दबाब में लाकर मेल कराने में तत्तपर रहे एवं देर रात तक दहशत एवं पैसे की मोटी रकम से प्रधानाध्यापक को मामले से बड़ी करने जोर अजमाईस करते रहे मामला तब विगड़ गया जब रात में वरीय पदाधिकारी स्थानिय नेता के मोबाई से सूचना मिलने पर करे तेवर दिखये हलांकी सुत्रों से पता चहता है कि देर रात थाना से प्रधानाध्यापक को छोड़ भी दिया गया था परन्तु जिले के वरीय पदाधिकारी के सख्त तेवर के कारण फिर से प्रधानाध्यापक को गिरप्तार किया गया एवं जेल भेज दिया गया।
विजया स्मारक प्रोजेक्ट 10+2 कन्या उच्च विद्यालय में शुक्रवार को हुए घटना से क्षेत्र के लोग मर्माहत हैं एवं लोग इस बात को सोचकर परेशान हैं कि कैसे अपनी बिटिया को इस हालात में शिक्षा ग्रहण करा पायेंगे. क्षेत्र के आम लोग इस तरह के कृत्य में प्रधानाध्यापक को थाना से छुड़ाने के लिए मदद करने वाले जनप्रतिनिधियों के प्रति अफसोस जाहिर करते हुए विरोध प्रकट किया है. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे प्रधानाध्यापक को कड़ी से कड़ी सजा दी जाय जिससे आये दिन ऐसी हरकत किसी छात्रा के साथ कोई नहीं कर सके.
क्षेत्र के कई जनप्रतिनिधि इस घिनौने कृत्य को ढंकने की जद्दोजहद में लगे रहे और देर रात तक वे लोगों के बीच अफवाहों का दौर चलाते रहे कि प्रधानाध्यापक को छोड़ दिया गया है. हालाँकि स्थानीय, कुछ जनप्रतिनिधि, बुद्धिजीवी एवं नेताओं ने इस घटना की निंदा करते हुए हर हाल में प्रधानाध्यापक को सजा दिलाने के लिए तत्पर भी दिखे एवं वरीय पदाधिकारी को प्रधानाध्यापक की छात्रा के साथ किये गये अर्मयादीत आचरण के लिए हरहाल में सजा दिलाने के लिए मोबाईल से बात करते रहे हलांकि कुछ जनप्रतिनिधि घटना के बाद से हीं उक्त पिड़ित छात्रा के अभिभावक को दबाब में लाकर मेल कराने में तत्तपर रहे एवं देर रात तक दहशत एवं पैसे की मोटी रकम से प्रधानाध्यापक को मामले से बड़ी करने जोर अजमाईस करते रहे मामला तब विगड़ गया जब रात में वरीय पदाधिकारी स्थानिय नेता के मोबाई से सूचना मिलने पर करे तेवर दिखये हलांकी सुत्रों से पता चहता है कि देर रात थाना से प्रधानाध्यापक को छोड़ भी दिया गया था परन्तु जिले के वरीय पदाधिकारी के सख्त तेवर के कारण फिर से प्रधानाध्यापक को गिरप्तार किया गया एवं जेल भेज दिया गया।
विजया स्मारक प्रोजेक्ट 10+2 कन्या उच्च विद्यालय में शुक्रवार को हुए घटना से क्षेत्र के लोग मर्माहत हैं एवं लोग इस बात को सोचकर परेशान हैं कि कैसे अपनी बिटिया को इस हालात में शिक्षा ग्रहण करा पायेंगे. क्षेत्र के आम लोग इस तरह के कृत्य में प्रधानाध्यापक को थाना से छुड़ाने के लिए मदद करने वाले जनप्रतिनिधियों के प्रति अफसोस जाहिर करते हुए विरोध प्रकट किया है. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे प्रधानाध्यापक को कड़ी से कड़ी सजा दी जाय जिससे आये दिन ऐसी हरकत किसी छात्रा के साथ कोई नहीं कर सके.
(नि.सं.)
छेड़खानी के आरोपी हेडमास्टर को छुड़ाने की कोशिश में रात भर लगे रहे कई जनप्रतिनिधि
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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August 20, 2016
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