खारो बांध टूटा, सैकड़ों एकड़ में लगी फसल बर्बाद, एसएसबी कैंप में घुसा पानी: सरायगढ में तीन दर्जन से अधिक घर कोसी में विलीन
सुपौल। नेपाल की तराई क्षेत्र में हो रही लागातार बारिस से कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि के साथ ही कोसी का कहर शुरू हो गया है. वहीं इलाके के कई नदी व नहर उफनाई है. सीमावर्ती इलाके के कुनौली भंसार स्थित शांति वन के समीप नेपाल प्रभाग से प्रवाहित खारो नदी की तेज धारा में खारो बांध करीब 250 फीट बह गया है.
बांध के टूटने से सीमीवर्ती इलाके के कई गांव जलमग्न हो चुके हैं. समीप के बाजारों से भी इन गांवों का संपर्क टूट चुका है. वहीं कुनौली स्थित एसएसबी कैंप में भी पानी प्रवेश कर चुका है. एसएसबी के जवान कैंप से अपने सामानों को उंचे व सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहे हैं.
बता दें कि इस बांध पर पूर्व से ही खतरा मंडरा रहा था. समय रहते यदि प्रशासनिक अमला बोल्डर क्रेटिंग का कार्य कराता तो इतनी तबाही बच सकती थी. कुनौली, कमलपुर सहित आस पास के किसानों के खेत में लगी सैकड़ो एकड़ की फसल को व्यापक क्षति पहुंचा है. हालांकि बांध को बांधने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन नदी के तेज धारा टूटे हुए बांध के समीप बांध को तोड़ता ही जा रहा है. जबकि प्रतापगंज थाना क्षेत्र के पनसाही नहर भी 37 आरडी के समीप टूट चुका है. नहर के टूटने से सैकड़ो एकड में लगी खरीफ फसल जलमग्न हो चुका है. वहीं लालगंज पंचायवासियों को सूर्यापुर गांव से भी संपर्क टूट गया है. सिंचाई विभाग के कर्मचारी नहर को बांधने का कार्य प्रारंभ कर दिया लेकिन नहर की तेज धारा को बांधना मुश्किल साबित हो रहा है.
बांध के टूटने से सीमीवर्ती इलाके के कई गांव जलमग्न हो चुके हैं. समीप के बाजारों से भी इन गांवों का संपर्क टूट चुका है. वहीं कुनौली स्थित एसएसबी कैंप में भी पानी प्रवेश कर चुका है. एसएसबी के जवान कैंप से अपने सामानों को उंचे व सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहे हैं.
बता दें कि इस बांध पर पूर्व से ही खतरा मंडरा रहा था. समय रहते यदि प्रशासनिक अमला बोल्डर क्रेटिंग का कार्य कराता तो इतनी तबाही बच सकती थी. कुनौली, कमलपुर सहित आस पास के किसानों के खेत में लगी सैकड़ो एकड़ की फसल को व्यापक क्षति पहुंचा है. हालांकि बांध को बांधने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन नदी के तेज धारा टूटे हुए बांध के समीप बांध को तोड़ता ही जा रहा है. जबकि प्रतापगंज थाना क्षेत्र के पनसाही नहर भी 37 आरडी के समीप टूट चुका है. नहर के टूटने से सैकड़ो एकड में लगी खरीफ फसल जलमग्न हो चुका है. वहीं लालगंज पंचायवासियों को सूर्यापुर गांव से भी संपर्क टूट गया है. सिंचाई विभाग के कर्मचारी नहर को बांधने का कार्य प्रारंभ कर दिया लेकिन नहर की तेज धारा को बांधना मुश्किल साबित हो रहा है.
सरायगढ प्रखंड में तीन दर्जन घर नदी में विलीन: कोसी के जलस्तर में वृद्धि होने से प्रखंड क्षेत्र के कई गांव में पानी घुस गया है. वहीं तीन दर्जन से अधिक घर कोसी की तेज धारा में बह बह गए हैं. इससे लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. ढोली पंचायत का गिरधारी गांव कटाव की चपेट है पर गनीमत है कि पानी के बढने से कटाव में कमी है. यहां के दो दर्जन घर कोसी कोख में समा चुके हैं. प्रखंड क्षेत्र के दो दर्जन गांव में अब भी तीन फीट से उपर पानी का बहाव हो रहा है, जहां के लोग पूर्वी तटबंध की और पलायन कर रहे हैं, जिन्हे पर्याप्त नाव की व्यवस्था नहीं रहने के कारण कठिनाईयों का सामना करना पर रहा है.
खारो बांध टूटा, सैकड़ों एकड़ में लगी फसल बर्बाद, एसएसबी कैंप में घुसा पानी: सरायगढ में तीन दर्जन से अधिक घर कोसी में विलीन
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
July 25, 2016
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