'आनंद मोहन एक विचारधारा हैं, जेल की दीवारें उनके विचारों को कैद नहीं रख सकती': सहरसा में विराट स्मृति सभा

सहरसा (कुणाल किशोर ): पहले तो लगातार दस साल तक बिहार के लोगों को शराब पिला कर पियक्कड़ बना दिया. और अब शराब बंदी लागू कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देश भर में महात्मा गांधी बनकर घूम रहे हैं. दस साल के बाद नीतीश को होश आया और अब महात्मा बुद्ध की तरह ज्ञान बांटने में लगे हुए हैं. जबकि नीतीश कुमार के कई मंत्रियों व सलाहकारों को शराब की इतनी बुरी लत है कि अगर उनकी शराब पीने की आदत छुड़ा दी जाय तो उन्हें कांके में इलाज करना पड़ेगा. उक्त बातें रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष सह जहानाबाद के सांसद अरूण कुमार ने रविवार को स्थानीय एमएलटी कालेज परिसर में आयोजित विराट स्मृति सभा को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप स्वाभिमान के प्रतीक हैं जिनका साथ भामा साह, राणा पूजा, हकीम खां सूरी जैसे महान लोगों ने दिया.
        सांसद श्री कुमार ने कहा कि महाराणा प्रताप के स्वाभिमान, त्याग और अस्मिता की परम्परा के वाहक आज के आधुनिक महाराणा प्रताप आनन्द मोहन हैं. जो आज नीतीश कुमार द्वारा बनाये गये चक्रव्यूह के कारण सहरसा जेल में बंद हैं. सहरसा की जनता ने सहरसा से बिगुल फूंका है जो दिल्ली में जाकर खत्म होगा तभी हमारे आधुनिक महाराणा प्रताप (आनन्द मोहन) बाहर आकर चितौड़गढ़ की तरह बिहार में अपने झंडे को मजबूत करेंगे. उन्होंने कहा कि वे एक विचारधारा हैं. जेल की दीवारें उनके विचारों को कैद कर नहीं रख सकती. सांसद ने कहा कि दोहरे चरित्र के व्यक्ति नीतीश कुमार को सत्ता में लाने के लिये हमसब ने योगदान दिया. लेकिन बिहार की जनता ठगी गयी है. और पाप की गठरी का बोझ हमारे सर पर दी है. बिहार की जनता को लूटने वाले नीतीश कुमार को सत्ता से वेदखल करने का दायित्व हमसब पर है. उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के नाम पर पूरे बिहार में लूट मची हुई है. तत्कालीन मुख्यमंत्री राबड़ी देवी अपना हस्ताक्षर तीन इंच में किया करती थी फिर भी उनके शासन काल में टापर घोटाला नहीं हुआ था. लेकिन वर्तमान मुख्यमंत्री इंजीनियर नितीश कुमार के शासन काल में शिक्षा व्यवस्था ने सारी हद पार कर दी है. जब टापर घोटाला सर्व विदित हुआ. इनके शिक्षा मंत्री ने स्वयं यह कह कर सबों को हतप्रभ कर दिया कि बिहार में एक लाख से ज्यादा शिक्षक फर्जी हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि फर्जी शिक्षक जब नई पीढ़ी को पढ़ाएंगे तो वह महाराणा प्रताप नहीं नटवर लाल व बच्चा राय जैसे लोग पैदा लेंगे. इस मौके पर हम छात्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष चेतन आनन्द ने कहा कि आगामी महाराणा प्रताप की जयन्ती के मौके पर पटना के गांधी मैदान में बिहार सरकार के खिलाफ जनाक्रोश रैली का आयोजन किया जाएगा. इसके लिये तैयारियां शुरू कर दे गई है.
       भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष राम नरेश सिंह की अध्यक्षता में आयोजित महाराणा प्रताप स्मृति सभा को पूर्व सांसद लवली आनन्द, विधान पार्षद राणा गंगेश्वर सिंह, चेनारी के विधायक ललन पासवान, भाजपा जिलाध्यक्ष मदन प्रसाद चैधरी, विनोद निषाद, ध्यानी यादव, आईएमए जिलाध्यक्ष डा.जितेन्द्र सिंह, चंदन वागची, कुलानन्द यादव अकेला सहित अन्य ने संबोधित किया. कार्यक्रम का संचालन भाजपा नेता नीरज गुप्ता ने किया.
(साभार: www.koshixpress.com)
'आनंद मोहन एक विचारधारा हैं, जेल की दीवारें उनके विचारों को कैद नहीं रख सकती': सहरसा में विराट स्मृति सभा 'आनंद मोहन एक विचारधारा हैं, जेल की दीवारें उनके विचारों को कैद नहीं रख सकती': सहरसा में विराट स्मृति सभा Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on June 19, 2016 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.