‘न्यायालय हमारे लिए मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघर जैसा तथा बार और बेंच एक सिक्के के दो पहलू’: उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के द्वारा मधेपुरा न्यायमंडल का निरीक्षण कार्य संपन्न
उच्च न्यायालय पटना के माननीय न्यायमूर्ति श्री बी० पी० वर्मा के द्वारा मधेपुरा न्यायमंडल के निरीक्षण का कार्य आज संपन्न हो गया.
न्यायमूर्ति श्री बीरेंद्र प्रसाद वर्मा के द्वारा सोमवार को जहाँ मधेपुरा व्यवहार न्यायालय में सभी न्यायाधीशों के कोर्ट का निरीक्षण किया गया वहीँ मंगलवार को न्यायमूर्ति ने उदाकिशुनगंज जाकर अनुमंडलीय न्यायालय का निरीक्षण किया. इससे पहले पटना उच्च न्यायालय की एक चार सदस्यीय टीम पिछले 9 फरवरी से ही मधेपुरा न्यायालय वार्षिक निरीक्षण के लिए आई हुई थी.
न्यायमूर्ति श्री बीरेंद्र प्रसाद वर्मा के द्वारा सोमवार को जहाँ मधेपुरा व्यवहार न्यायालय में सभी न्यायाधीशों के कोर्ट का निरीक्षण किया गया वहीँ मंगलवार को न्यायमूर्ति ने उदाकिशुनगंज जाकर अनुमंडलीय न्यायालय का निरीक्षण किया. इससे पहले पटना उच्च न्यायालय की एक चार सदस्यीय टीम पिछले 9 फरवरी से ही मधेपुरा न्यायालय वार्षिक निरीक्षण के लिए आई हुई थी.
आज सुबह मधेपुरा कोर्ट जाकर न्यायमूर्ति श्री बी० पी० वर्मा ने न्यायालय परिसर में वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने पर्यावरण को बचाने के लिए वृक्षारोपण की आवश्यकता बताते हुए कहा कि पर्यावरण सुरक्षित है तब ही हम भी सुरक्षित हैं. न्यायालय परिसर में छायादार वृक्षों की आवश्यकता जताते हुए न्यायमूर्ति ने कहा कि न्यायालय आने वाले लोगों को इससे राहत भी मिलेगी. इससे पहले न्यायमूर्ति ने मधेपुरा के जिलाधिकारी औए पुलिस अधीक्षक के साथ और न्यायिक पदाधिकारियों के साथ भी महत्वपूर्ण बैठक की और उन्हें आवश्यक निर्देश दिए.
इसके बाद वे मधेपुरा जिला बार एसोसिएशन (अधिवक्ता संघ) गए जहाँ उन्होंने अधिवक्ताओं को संबोधित किया. अपने संबोधन ने न्यायमूर्ति श्री बी० पी० वर्मा ने कहा कि बार और बेंच एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और बार जितना मजबूत होगा न्याय प्रक्रिया उतनी मजबूत होगी. अधिवक्ता और न्यायाधीश एक दूसरे के पूरक हैं. न्यायालय परिसर हम सब के लिए एक पूजा स्थल जैसा है. इसे मंदिर, मस्जिद या गिरिजाघर कह लीजिये. यहाँ हम अपने 24 घंटे के महत्वपूर्ण समय को बिताते हैं, इसे बेहतर बनाकर रखना हम सबका दायित्व होना चाहिए. अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री धीरेन्द्र झा और सचिव श्री कृतनारायण यादव की ओर से जगह आदि की कमी, जमीन का रजिस्टर्ड न होना, रजिस्ट्री कचहरी को अन्यत्र स्थापित करने आदि कुछ समस्याओं को रखने पर न्यायमूर्ति श्री बी० पी० वर्मा ने कहा कि वे अपने स्तर से उनकी सारी समस्याओं को सुलझाने में हर संभव प्रयास करेंगे. स्थानीय समस्याओं के निदान के दौरान न्यायमूर्ति ने मधेपुरा के डीएम की भी उनके सहयोगात्मक व्यवहार के लिए तारीफ की. अधिवक्ता संघ के भवन विस्तार के लिए न्यायमूर्ति श्री बी० पी० वर्मा ने आर्थिक सहयोग करवाने में भी मदद करने की बात कही. सचिव श्री कृतनारायण यादव ने कहा कि ये हमारा सौभाग्य है कि माननीय जस्टिस महोदय ने हमारी समस्यों को सुनकर इतने मदद का भरोसा दिया है.
इस दौरान मधेपुरा के जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री मजहर इमाम भी न्यायमूर्ति श्री बी० पी० वर्मा के साथ थे.
इसके बाद वे मधेपुरा जिला बार एसोसिएशन (अधिवक्ता संघ) गए जहाँ उन्होंने अधिवक्ताओं को संबोधित किया. अपने संबोधन ने न्यायमूर्ति श्री बी० पी० वर्मा ने कहा कि बार और बेंच एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और बार जितना मजबूत होगा न्याय प्रक्रिया उतनी मजबूत होगी. अधिवक्ता और न्यायाधीश एक दूसरे के पूरक हैं. न्यायालय परिसर हम सब के लिए एक पूजा स्थल जैसा है. इसे मंदिर, मस्जिद या गिरिजाघर कह लीजिये. यहाँ हम अपने 24 घंटे के महत्वपूर्ण समय को बिताते हैं, इसे बेहतर बनाकर रखना हम सबका दायित्व होना चाहिए. अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री धीरेन्द्र झा और सचिव श्री कृतनारायण यादव की ओर से जगह आदि की कमी, जमीन का रजिस्टर्ड न होना, रजिस्ट्री कचहरी को अन्यत्र स्थापित करने आदि कुछ समस्याओं को रखने पर न्यायमूर्ति श्री बी० पी० वर्मा ने कहा कि वे अपने स्तर से उनकी सारी समस्याओं को सुलझाने में हर संभव प्रयास करेंगे. स्थानीय समस्याओं के निदान के दौरान न्यायमूर्ति ने मधेपुरा के डीएम की भी उनके सहयोगात्मक व्यवहार के लिए तारीफ की. अधिवक्ता संघ के भवन विस्तार के लिए न्यायमूर्ति श्री बी० पी० वर्मा ने आर्थिक सहयोग करवाने में भी मदद करने की बात कही. सचिव श्री कृतनारायण यादव ने कहा कि ये हमारा सौभाग्य है कि माननीय जस्टिस महोदय ने हमारी समस्यों को सुनकर इतने मदद का भरोसा दिया है.
इस दौरान मधेपुरा के जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री मजहर इमाम भी न्यायमूर्ति श्री बी० पी० वर्मा के साथ थे.
(नि.सं.)
‘न्यायालय हमारे लिए मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघर जैसा तथा बार और बेंच एक सिक्के के दो पहलू’: उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के द्वारा मधेपुरा न्यायमंडल का निरीक्षण कार्य संपन्न
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
February 17, 2016
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