


इस मौके पर संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी मो० सोहैल ने कहा कि बापू का जन्म ही देश को गुलामी से मुक्त करने के लिए हुवा था. गाँधी जेसे महामानव का जन्म बार-बार नहीं होता. आज के दौर में सोशल साइटों पर गाँधी को बदनाम करने की

एसपी कुमार आशीष ने कहा की गाँधी एक व्यक्ति नहीं एक विचार और दर्शन हैं. गाँधीवाद एक जीवन शैली है. गाँधी जी का जीवन हर वर्ग के लोगों के लिए कुछ न कुछ शिक्षा देती है. आज जरुरत है लोग बापू के जीवनी को पढ़े और आत्मसात करे. कार्यक्रम को डीडीसी मिथिलेश कुमार, जिला परिषद अध्यक्षा मंजू देवी, इप्टा के मुख्य संरक्षक डॉ. श्यामल किशोर यादव, इप्टा के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रो. सचिन्द्र, डॉ. भूपेंद्र मधेपुरी आदि ने संबोधित किया. कार्यक्रम में इप्टा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अलोक कुमार, एसडीएम संजय कुमार निराला, विनय कुमार, निजी विद्यालय संघ के अध्यक्ष किशोर कुमार, स्काउट एण्ड गाइड के जय कृष्ण यादव, इप्टा के सुभाष चंद्र, सुनीत साना, नीरज कुमार, आशीष कुमार आदि शामिल थे. कार्यक्रम में माया विद्या निकेतन के बच्चे की और से भजन भी प्रस्तुत किया गया. धन्यवाद ज्ञापन इप्टा के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. नरेश कुमार ने किया जबकि संचालन तुरबसु के द्वारा किया गया.
इसके अलावे जिले में पार्वती सायंस कॉलेज समेत कई अन्य संस्थाओं में भी बापू की सहादत दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किए गए और दो मिनट का मौन रखकर उन्हें नमन किया गया.
(मधेपुरा टाइम्स टीम)
‘हे राम !’: नफ़रत और हिंसा के खिलाफ मधेपुरा ने रखा दो मिनट का मौन
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
January 30, 2016
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