बीसवीं सदी के महान संत महर्षि संतसेवी परमहंस जी महाराज की जन्मभूमि गम्हरिया प्रखंड मुख्यालय के पुरानी बाजार में पानी टंकी के दक्षिण संतसेवी आश्रम के पास दो दिवसीय संतमत सत्संग का विराट आयोजन किया गया.
इस ज्ञान यज्ञ में संत महर्षि मेही के सिद्धपीठ महर्षि मेही आश्रम कुप्पाघाट, भागलपुर के वर्तमान आचार्य महर्षि हरिनंदन परमहंस जी महाराज एवं नामचीन साधुओं का पदार्पण हुआ.
इस ज्ञान यज्ञ में संत महर्षि मेही के सिद्धपीठ महर्षि मेही आश्रम कुप्पाघाट, भागलपुर के वर्तमान आचार्य महर्षि हरिनंदन परमहंस जी महाराज एवं नामचीन साधुओं का पदार्पण हुआ.
हरिनंदन जी महाराज के आगमन के अवसर पर गम्हरिया ग्रामवासियों ने एक भव्य जुलूस निकाला. सुनने को उमड़ी बड़ी भीड़ को संबधित करते हुए महर्षि हरिनंदन परमहंस जी महाराज ने प्रवचन में कहा कि ईश्वर की भक्ति ही मनुष्य के मोक्ष का एकमात्र उपाय है. आज मनुष्य भौतिकवादी जीवनशैली के कारण दुखी है और ऐसे में सत्संग ही एकमात्र ऐसा मार्ग है जो मानव को इस दलदल से निकाल का सुधार सकता है.
उन्होंने कहा कि मनुष्य का तन बड़ी दुर्लभता से प्राप्त होता है. ईश्वर भक्ति ही मोक्ष का एकमात्र उपाय है. सांसारिक सुख से अलग वास्तविक सुख पाने के लिए संत द्वारा बताए गए मार्ग पर मनुष्य को चलना चाहिए.
इस अवसर पर डा० विवेकानन्द, प्रमोद बाबा, कैलाश बाबा, देवी बाबा, छेदी बाबा, रामानंद बाबा समेत सैंकड़ों संत तथा लोग मौजूद थे.
गम्हरिया में दो दिवसीय विराट संतमत सत्संग: पहुंचे महर्षि हरिनंदन परमहंस जी महाराज
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 15, 2015
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