मधेपुरा जिले के मुरलीगंज प्रखंड के जीतापुर पंचायत अंतर्गत रामसिंह टोला स्थित चामगढ साइफन के समीप मंगलवार को दुर्गापुर उप-वितरणी नहर टूट जाने से खेतों में लगी पकी धान की सैंकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई और खेतों में पानी लग जाने के कारण आगामी रबी फसल भी प्रभावित हो गई है. इसके बाद क्षेत्रीय किसानों में सिचाई विभागीय अधिकारी के विरुद्ध आक्रोश व्याप्त बताया जा रहा है.
सूचना पाते हीं मौके पर पंहुचे राजद विधायक प्रो० चंद्रशेखर ने स्थल का जायजा लेते हुए फसल क्षति को लेकर गहरा दुःख प्रगट किया और कहा कि सिचाई विभाग के कर्मचारी की लापरवाही के कारण सैंकड़ों एकड़ खेतों में लगी धान की पकी फसल बर्बाद हुई है, जिसकी भरपाई फ़िलहाल संभव नहीं है. इतना हीं नहीं आगामी रबी की फसल भी मुख्यतः प्रभावित हो चुकी है. विधायक प्रो० चंद्रशेखर ने कृषि विभागीय जिला अधिकारी से चलभाष पर वार्ता कर किसानों की हुई फसल बर्बादी को लेकर उचित मुवावजे की भी बात की और अधिकारी को निर्देश जारी कर कहा कि किसानों की फसल बर्बादी की भरपायी हेतु सिंचाई विभाग पर क्लेम ठोका जाय ताकि सरकारी स्तर पर किसानों को लाभ मिल सके. विधायक ने तत्काल सिंचाई विभाग को चलभाष पर सूचित कर नहर में पानी बंद करवा दिया. मधेपुरा टाइम्स के एक सवाल के जवाब में विधायक ने कहा कि किसानों को इतनी बड़ी क्षति को लेकर आगामी सदन में बात रखी जाएगी और सरकार से किसानों की भीषण समस्या के मद्देनजर सदन में आवाज बुलंद की जाएगी.
मौके पर पीड़ित किसान रामलखन यादव, कृतिनारायण यादव, नागेश्वर यादव, ठीठर यादव, महादेव यादव, कुशेश्वर यादव, राधेश्याम यादव, रमेश यादव, मनोहर यादव, मनोज यादव, दिनेश, पवन आदि दर्जनों किसानों की फसल बर्बाद हो गयी. पीड़ित किसानों ने बताया कि अब हमारी अगली फसल भी खेतों में पानी लग जाने के कारण नहीं हो पाएगी जबकि इस मामले को लेकर सिंचाई विभाग को एक माह पहले ही लिखित आवेदन देकर आगाह किया था पर विभाग ने इस पर ध्यान नहीं दिया. पीड़ित किसानों ने जिलाधिकारी मो.सोहैल से मुआवजे की मांग करते हुए ऐसे लापरवाह सिंचाई विभागीय अधिकारी पर कार्रवाई की भी मांग की है.
सूचना पाते हीं मौके पर पंहुचे राजद विधायक प्रो० चंद्रशेखर ने स्थल का जायजा लेते हुए फसल क्षति को लेकर गहरा दुःख प्रगट किया और कहा कि सिचाई विभाग के कर्मचारी की लापरवाही के कारण सैंकड़ों एकड़ खेतों में लगी धान की पकी फसल बर्बाद हुई है, जिसकी भरपाई फ़िलहाल संभव नहीं है. इतना हीं नहीं आगामी रबी की फसल भी मुख्यतः प्रभावित हो चुकी है. विधायक प्रो० चंद्रशेखर ने कृषि विभागीय जिला अधिकारी से चलभाष पर वार्ता कर किसानों की हुई फसल बर्बादी को लेकर उचित मुवावजे की भी बात की और अधिकारी को निर्देश जारी कर कहा कि किसानों की फसल बर्बादी की भरपायी हेतु सिंचाई विभाग पर क्लेम ठोका जाय ताकि सरकारी स्तर पर किसानों को लाभ मिल सके. विधायक ने तत्काल सिंचाई विभाग को चलभाष पर सूचित कर नहर में पानी बंद करवा दिया. मधेपुरा टाइम्स के एक सवाल के जवाब में विधायक ने कहा कि किसानों को इतनी बड़ी क्षति को लेकर आगामी सदन में बात रखी जाएगी और सरकार से किसानों की भीषण समस्या के मद्देनजर सदन में आवाज बुलंद की जाएगी.
मौके पर पीड़ित किसान रामलखन यादव, कृतिनारायण यादव, नागेश्वर यादव, ठीठर यादव, महादेव यादव, कुशेश्वर यादव, राधेश्याम यादव, रमेश यादव, मनोहर यादव, मनोज यादव, दिनेश, पवन आदि दर्जनों किसानों की फसल बर्बाद हो गयी. पीड़ित किसानों ने बताया कि अब हमारी अगली फसल भी खेतों में पानी लग जाने के कारण नहीं हो पाएगी जबकि इस मामले को लेकर सिंचाई विभाग को एक माह पहले ही लिखित आवेदन देकर आगाह किया था पर विभाग ने इस पर ध्यान नहीं दिया. पीड़ित किसानों ने जिलाधिकारी मो.सोहैल से मुआवजे की मांग करते हुए ऐसे लापरवाह सिंचाई विभागीय अधिकारी पर कार्रवाई की भी मांग की है.
मधेपुरा: नहर टूटी, सैकड़ों एकड़ पकी धान की फसल बर्बाद, सिंचाई विभाग पर लापरवाही का आरोप
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 18, 2015
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