तो क्या मधेपुरा पुलिस द्वारा जब्त किए ‘1 मिलियन डॉलर’ के नोट ‘ऑरिजिनल अमेरिकन करेंसी’ नहीं होकर प्रोमोशनल और गिफ्ट आयटम हैं?
मधेपुरा पुलिस द्वारा जब्त किये गए कथित 1 मिलियन अमेरिकन डॉलर के नोट पर सवाल उठना शुरू हो गया है. सबसे बडा सवाल यह उठ रहा है कि क्या जब्त किये गए अमेरिकन डॉलर असली नहीं हैं और सिर्फ इसे अमेरिका में लोगों को उपहार देने के लिए बनाया गया है?
मधेपुरा टाइम्स पर समाचार प्रकाशित होने पर हमारे कुछ पाठकों ने भी इसे ‘प्रोमोशनल’ नोट कहा और उनका कहना है कि इसे महज कुछ सौ रूपये की लागत में खरीदा जा सकता है.
जहाँ तक मधेपुरा पुलिस के द्वारा जब्त किये गए कथित अमेरिकन डॉलर और साथ में जब्त सर्टिफिकेट की बात है तो सर्टिफिकेट पर साफ़ लिखा है कि यह नोट exclusively (सिर्फ) International Association of Millionairs (IAM) के लिए American Bank Note Company के द्वारा 1988 में डिजायन और प्रिंट किया गया authentic, original और genuine I.A.M. MILLION DOLLER BILL है. इसी तरह नोट पर भी I.A.M. 1988 लिखा हुआ है.
फेक करेंसी की आशंका प्रबल: International Association of Millionairs (IAM) के ऑफिशियल वेबसाईट होने का दावा करने साईट का कहना है कि “The I.A.M. Million Dollar Bill is now internationally famous for being the Original, First and Only Million Dollar Bill ever printed in the USA by an actual Bank Note Printer. The I.A.M. Million Dollar Bill is not real US Currency and is Non Negotiable.” वेबसाईट का दावा है कि ये Financial Art है और इसमें निवेश अनोखा हो सकता है, भले ही Tari Steward नामक डिजायनर ने इसे यह सोचकर बनाया था कि यदि एक मिलियन डॉलर का नोट होता तो कैसा होता? http://www.i-a-m.ws पर भी यह बिक्री के लिए उपलब्ध है जिसकी वर्तमान कीमत सिर्फ 95 अमेरिकन डॉलर है. हालाँकि कई अन्य ऑनलाइन शॉपिंग के वेबसाईट पर भी ये कम कीमत पर उपलब्ध है.
अमेरिका में रह रहे मधेपुरा टाइम्स के पाठक इंजीनियर राहुल कुमार सिंह इस एक मिलियन डॉलर के नोट पर आश्चर्य व्यक्त करते हमसे कहते हैं, “I million note, neither heard nor seen. This seems to be fake.Currently only below denomination are being printed. 1, 2, 5, 10, 20, 50 and 100 Earlier below denominations were also printed for specific cause. 500 1000 10000 100000 (only for certain internal transaction).अमेरिका में ही 2003 से रह रहे मधेपुरा टाइम्स के एक अन्य पाठक इंजीनियर रंजन भारतीय भी कहते हैं कि ये सिर्फ Show Note हो सकता है.
वैसे इसी तरह के एक पुराने मामले में विशाखापत्तनम के एसपी ने इसे महज कागज़ का एक टुकड़ा कहा था, हालांकि उस मामले में इस नोट को बेचने के आरोप में अभियुक्त की गिरफ्तारी हुई थी. (पढने के लिए यहाँ क्लिक करें)
हम ये बता दें कि हमारे विद्वान और राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय पाठकों के द्वारा सवाल उठाने के बाद हमने इस नोट पर शंका जाहिर की है. वैसे सूचना मिली है कि मधेपुरा में जब्त किये गए इस नोट की सत्यता जांच करने रिजर्व बैंक के पदाधिकारी आ रहे हैं और उसके बाद ही पूरा सच सामने आ सकेगा. पर सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि यदि ये नोट IAM के वही नोट हुए और जो पूरी दुनियां भर के लोगों के लिए यूं ही उपलब्ध हैं तो फिर उनका क्या जिन्हें इस नोट को सिर्फ रखने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है?
(वि.सं.)
मधेपुरा टाइम्स पर समाचार प्रकाशित होने पर हमारे कुछ पाठकों ने भी इसे ‘प्रोमोशनल’ नोट कहा और उनका कहना है कि इसे महज कुछ सौ रूपये की लागत में खरीदा जा सकता है.
जहाँ तक मधेपुरा पुलिस के द्वारा जब्त किये गए कथित अमेरिकन डॉलर और साथ में जब्त सर्टिफिकेट की बात है तो सर्टिफिकेट पर साफ़ लिखा है कि यह नोट exclusively (सिर्फ) International Association of Millionairs (IAM) के लिए American Bank Note Company के द्वारा 1988 में डिजायन और प्रिंट किया गया authentic, original और genuine I.A.M. MILLION DOLLER BILL है. इसी तरह नोट पर भी I.A.M. 1988 लिखा हुआ है.
फेक करेंसी की आशंका प्रबल: International Association of Millionairs (IAM) के ऑफिशियल वेबसाईट होने का दावा करने साईट का कहना है कि “The I.A.M. Million Dollar Bill is now internationally famous for being the Original, First and Only Million Dollar Bill ever printed in the USA by an actual Bank Note Printer. The I.A.M. Million Dollar Bill is not real US Currency and is Non Negotiable.” वेबसाईट का दावा है कि ये Financial Art है और इसमें निवेश अनोखा हो सकता है, भले ही Tari Steward नामक डिजायनर ने इसे यह सोचकर बनाया था कि यदि एक मिलियन डॉलर का नोट होता तो कैसा होता? http://www.i-a-m.ws पर भी यह बिक्री के लिए उपलब्ध है जिसकी वर्तमान कीमत सिर्फ 95 अमेरिकन डॉलर है. हालाँकि कई अन्य ऑनलाइन शॉपिंग के वेबसाईट पर भी ये कम कीमत पर उपलब्ध है.
अमेरिका में रह रहे मधेपुरा टाइम्स के पाठक इंजीनियर राहुल कुमार सिंह इस एक मिलियन डॉलर के नोट पर आश्चर्य व्यक्त करते हमसे कहते हैं, “I million note, neither heard nor seen. This seems to be fake.Currently only below denomination are being printed. 1, 2, 5, 10, 20, 50 and 100 Earlier below denominations were also printed for specific cause. 500 1000 10000 100000 (only for certain internal transaction).अमेरिका में ही 2003 से रह रहे मधेपुरा टाइम्स के एक अन्य पाठक इंजीनियर रंजन भारतीय भी कहते हैं कि ये सिर्फ Show Note हो सकता है.
वैसे इसी तरह के एक पुराने मामले में विशाखापत्तनम के एसपी ने इसे महज कागज़ का एक टुकड़ा कहा था, हालांकि उस मामले में इस नोट को बेचने के आरोप में अभियुक्त की गिरफ्तारी हुई थी. (पढने के लिए यहाँ क्लिक करें)
हम ये बता दें कि हमारे विद्वान और राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय पाठकों के द्वारा सवाल उठाने के बाद हमने इस नोट पर शंका जाहिर की है. वैसे सूचना मिली है कि मधेपुरा में जब्त किये गए इस नोट की सत्यता जांच करने रिजर्व बैंक के पदाधिकारी आ रहे हैं और उसके बाद ही पूरा सच सामने आ सकेगा. पर सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि यदि ये नोट IAM के वही नोट हुए और जो पूरी दुनियां भर के लोगों के लिए यूं ही उपलब्ध हैं तो फिर उनका क्या जिन्हें इस नोट को सिर्फ रखने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है?
(वि.सं.)
तो क्या मधेपुरा पुलिस द्वारा जब्त किए ‘1 मिलियन डॉलर’ के नोट ‘ऑरिजिनल अमेरिकन करेंसी’ नहीं होकर प्रोमोशनल और गिफ्ट आयटम हैं?
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 02, 2015
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