मधेपुरा जिले में मध्यान्ह भोजन की दशा को दर्शाता
हुआ एक शर्मनाक उदाहरण है सामने आया है. जिले के पुरैनी प्रखंड के अन्तर्गत आने
वाले कन्या प्राथमिक विद्यालय विषहरी स्थान में बच्चों को आज मीनू के अनुसार चावल मिश्रित
दाल व हरी सब्जी के बदले भात और नमक परोसा गया तो विधालय के छात्र आक्रोशित हो उठे
और अधूरा खाना छोड़कर घर चले ये और इसकी शिकायत अपने अभिभावकों से कर दी.
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार आज बच्चों
को जब मध्यान्ह भोजन में सिर्फ भात और सरसों तेल युक्त नमक खाने के लिए दिया तो भात
व नमक को देखकर कुछ बच्चों ने इसकी शिकायत अभिभावकों से कर दी. विद्यालय क्र
रसोइया से पूछने पर उसने बताया कि उन्हें तीन महीने से मानदेय नहीं मिला है. रसोईया
का कहना था कि जब मानदेय की मांग की जाती है तो एचएम द्वारा विद्यालय से भगा देने की
धमकी दी जाती है. हालांकि उस समय विद्यालय में प्रधानाध्यापक संतोष पोद्दार उपस्थित
नहीं थे.
हेडमास्टर पर आरोपों की झड़ी लगाते हुए विद्यालय के शिक्षक और शिक्षिकाओं ने
बताया कि एचएम द्वारा इधर चार-पांच दिन पूर्व से सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को विद्यालय
में कुर्सी पर बैठने से साफ मना कर दिया है. मौके पर अभिभावक भगवान यादव, मुकेश यादव, सदानंद सिंह, मंटू मेहता, दिलीप राम, दिनेश यादव, विकास मालाकार, कैलाश सिंह आदि ने बताया
कि प्रधानाध्यापक संतोष पोद्दार अक्सर विद्यालय से फरार रहते हैं.
कई अभिभावक एवं छात्र-छात्राओं ने
यह भी बताया कि बुधवार को इस स्कूल में मध्यान्ह भोजन का संचालन नहीं करने के बावजूद
हेडमास्टर द्वारा विभाग को 281 बच्चे के खाने की रिपोर्ट दे दी गई.
वहीं इस
बाबत एचएम से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि राशि की निकासी नहीं होने एवं दुकानदार
द्वारा सामग्री नहीं देने की वजह से शिक्षक और शिक्षिकाओं ने भात बनवाकर नमक के साथ
पड़ोस दिया गया जबकि मैंने मना किया था.
मधेपुरा में मध्याह्न भोजन में परोसा गया भात-नमक
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
February 27, 2015
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