मुरलीगंज प्रखंड के साहेबगंज ईटहरी गाँव के दिव्य कबीर
मठ के महंथ स्वीकृत सुमन के द्वारा आलमनगर की लड़की के साथ यौन उत्पीडन का मामला जैसे
ही प्रकाश में आया कि इटहरी के ग्रामीणों में महंथ के प्रति आक्रोश पैदा हो गया. महंथ
स्वीकृत सुमन के खिलाफ आलमनगर स्थित बसंतपुर गाँव की पूजा कुमारी (काल्पनिक नाम) के
साथ लगातार दो वर्षों से शादी का झांसा देकर यौन उत्पीडन का मामला आलमनगर थाना मे दर्ज
कराया गया है. पीड़ित लड़की अपने पिता के साथ महंथ स्वीकृत सुमन को ढ़ूंढ़ने उनके दिव्य
कबीर संस्थान पर आई हुई थी, लेकिन संस्थान पर पहुंचने के बाद स्वीकृत सुमन गायब पाया गया.
ग्रामीणों को जब मालूम हुआ कि कबीर संस्थान मे कोई लड़की आई हुई है तब ग्रामीणों ने
लड़की से बात की तो सारा मामला यहाँ भी खुल गया. आक्रोशित ग्रामीणों ने दिव्य कबीर आश्रम
को अपने कब्जे में लेकर महंथ स्वीकृत सुमन को महंथ पद से निष्काषित कर दिया.
कबीर आश्रम को चलाने के लिए ग्रामीणों
ने एक बैठक आयोजित कर नई कमिटी का गठन किया. बैठक मे उपस्थित नगर वार्ड पार्षद सह जिला
योजना समिति सदस्य श्वेत कमल बौआ जी ने मधेपुरा टाइम्स को बताया कि महंथ स्वीकृत सुमन
को समाज के लोग देवता की तरह पूजते थे लेकिन उन्होने समाज के साथ विश्वासघात एवं निछोड़ा
हरकत किया है. ऐसे आशाराम जैसे महंथ को समाज को सबक सिखाना आवश्यक है ताकि धर्म के
नाम पर कोई किसी महिला की आबरू के साथ नहीं खेले.
यौन शोषण करने वाले महंथ के आश्रम पर ग्रामीणों ने किया कब्ज़ा: फरार महंथ को किया निष्काषित
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
July 15, 2014
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