|आरिफ आलम|28 सितम्बर 2013|
पूर्णियां जिले के टीकापट्टी तेरासी गाँव के खंतर
ठाकुर ने कभी नहीं सोचा था कि मधेपुरा के चौसा थाना के भिखा टोला भटगामा के ललन
ठाकुर से अपनी बेटी को ब्याहना इतना महंगा पड़ जाएगा. आज अपनी बेटी रंजू देवी (26
वर्ष) की लाश पहचान करते वक्त उसके दिल पर जो गुजर रही थी वह खंतर ठाकुर के चेहरे
से झलक रहा था.
रंजू की
अधजली लाश भागलपुर जिले के माले गाँव में कोशी नदी के किनारे मिली. रंजू पर कहर
उसके ससुरालवालों ने शादी के बाद से ही बरपाना शुरू कर दिया था. भले ही चार साल
पहले हुई रंजू की शादी में खंतर ने अपने सामर्थ्यानुसार बेटी के साथ सामान भेजा हो
पर दहेज के लिए मारपीट कर यातना देने का सिलसिला जारी था. और 25 सितम्बर की रात को
पति ललन ठाकुर, ससुर महेंद्र ठाकुर, सास लुखी देवी, ननद सोनी देवी आदि ने मिलकर
पहले तो रंजू के शरीर पर किरासन तेल डालकर उसे जलाकर मार डाला.
रंजू के
पड़ोसियों ने ही खंतर को रंजू की मौत की खबर दी. चौसा थाना में मामला चौसा थाना
कांड संख्यां 115/2013 के रूप में दर्ज हुआ और रंजू के लाश की खोज शुरू हुई. लाश
भागलपुर जिले में मिली. कांड में 12 अभियुक्त हैं जो फरार हो गए है.
दहेज के लिए महिला को जलाया मधेपुरा में: लाश मिली भागलपुर में
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 28, 2013
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