सुरा-सुन्दरी के चक्कर में नेपाल जेल से फरार धीरेन्द्र यादव गिरफ्तार

|सुपौल से पंकज भारतीय|30 जून 2013|
नेपाल जेल से सुरंग बनाकर फरार मोस्ट वांटेड 50 हजार का इनामी अपराध की दुनियां का बेताज बादशाह धीरेन्द्र यादव आखिर सुपौल पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया. सुपौल के एसडीपीओ मनोज कुमार राम के नेतृत्व में सुपौल जिले के बायसी पलार के एक घर से धीरेन्द्र को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह अपने शागिर्दों के साथ शराब और शबाब के दौर में मशगूल था. हालाँकि हमेशा कार्बाइन रखने के शौक़ीन धीरेन्द्र यादव की कार्बाइन साथ की किसी सुन्दरी के लेकर फरार होने की खबर है. पर एक स्कॉर्पियो और एक नैनो कार मौके पर से बरामद कर लिया गया.

कौन है धीरेन्द्र यादव: धीरेन्द्र यादव उर्फ मुखिया जी सुपौल जिला के राघोपुर थाना के चिकनापट्टी गाँव का निवासी है जो गत 9/11/2012 को नेपाल के सुनसरी जिला के झुमका जेल में सुरंग बनाकर 12 कुख्यात अपराधी के साथ भाग गया था.           
            धीरेन्द्र यादव उर्फ मुखियाजी वर्ष 2006 में राघोपुर के डुमरी पंचायत के मुखिया विपिन चौधरी की हत्या के बाद सुर्ख़ियों में आया. उसके बाद अपहरण, हत्या और रंगदारी जैसे कृत्य के बाद अपराध की दुनियां में चर्चित नाम बन बैठा. 07 फरवरी 2007 को फारबिसगंज के जाने माने उद्योगपति अरूण गोलछा की हत्या के बाद वह खासा चर्चित बन बैठा. विगत चार वर्षों से धीरेन्द्र हत्या के एक मामले में नेपाल जेल में बंद था जहाँ उसे बीस वर्ष बिताने थे.
     धीरेन्द्र के नेपाल जेल से फरार होने से इलाके के कई राजनेताओं और उद्योगपतियों ने राहत की सांस ली है जिनके साथ धीरेन्द्र की पुरानी अदावत है. चुनौती बने मोस्ट वांटेड धीरेन्द्र यादव की गिरफ्तारी निस्संदेह सुपौल पुलिस की बड़ी सफलता है.
सुरा-सुन्दरी के चक्कर में नेपाल जेल से फरार धीरेन्द्र यादव गिरफ्तार सुरा-सुन्दरी के चक्कर में नेपाल जेल से फरार धीरेन्द्र यादव गिरफ्तार Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on June 30, 2013 Rating: 5

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