जिले में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर प्रशासन तो
कहीं से गंभीर दिखता ही नहीं है और समाज भी अक्सर बेपरवाह नजर आता है. खास कर
महिलाओं से सम्बंधित किसी भी कार्यक्रम में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था न होना काफी
दुखद है.
ऐसा
ही कुछ देखने को मिला गत 18 और 19 को मधेपुरा के मनहरा सुखासन गाँव में महिला
कुश्ती प्रतियोगिता में. भीड़ इतनी थी कि लग रहा था कि मैदान का कोई कोना खाली न
हो. साथ ही बगल के पुल पर भी जनसैलाब उमड़ा पड़ा था. पुल यदि थोड़ा भी कमजोर होता तो
यहाँ होने वाली दुर्घटना पटना के छठ के घाट पर हुई दुर्घटना की याद दिला सकता था.
पर सबसे दुखद तो ये था कि आयोजनकर्ता ने पुलिस के इंतजाम के बगैर ही ये कार्यक्रम
करवा लिया. पर लड़कियों की कुश्ती और महिला-पुरुष की भिडंत के दौरान जब भीड़ ने एक
बार आपा खो दिया तो इसे संभालना मुश्किल हो गया था. मार-पीट होने लगी तो कई दर्शक इस
आशंका से घिर गए कि कहीं उपस्थित महिला खिलाड़ियों पर भी न किसी तरह का कोई खतरा उत्पन्न
हो जाए.
भगवान
का शुक्र था कि मधेपुरा एक बड़ी बदनामी से बच गया. आप खुद देखिये इस वीडियो को. क्या
ये सभ्य और नियंत्रित भीड़ थी ? वीडियो देखने
के लिए यहाँ क्लिक करें.
भीड़ का शिकार बन सकती थी ये लड़कियां !
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 23, 2012
Rating:
![भीड़ का शिकार बन सकती थी ये लड़कियां !](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiM9K4wGH9XU2orDDhdW5G_Kyzb_KdmkilB85blMujOuzdIAQAtNWGLFbcrdIV7Qgr32lSeWmmh4Nfww3jqF_X-of9czcb9LCV2xJ5PuHI7Td0gp-E4ELt7WSnrdZlHBYUGhymm_sMsvrU/s72-c/bheed.png)
No comments: