सैनिक
स्कूल, तिलैया के पूर्व
शिक्षक बिजेंद्र चौधरी का 77 वर्ष
की आयु में
मंगलवार की सुबह देहांत हो गया। एक हफ्ते पहले उनका हाई ब्लड प्रेशर के कारण ब्रोन
हेमरेज हुआ था और पटना के निजी अस्पताल में भर्ती थे। आखिरी क्षणों में
उन्हें पटना से उनके पैतृक गांव सुखसेना लाया जा रहा था और रास्ते में ही
उन्होंने अंतिम सांसें लीं। उनका अंतिम संस्कार बुधवार को
किया जायेगा।
22 जुलाई, 1935 में जन्में विजेंद्र चौधरी मूल रूप से पूर्णिया जिले के सुखसेना ग्राम के निवासी थे। उनका ननिहाल मधेपुरा के उदाकिशुनगंज प्रखंड के आनंदपुरा गाँव था। उन्होंने अपने कैरिअर की शुरुआत विकास विद्यालय रांची से की थी और वहां 1962 से लेकर 1965 तक बतौर गणित शिक्षक कार्य किया। संयुक्त बिहार में 1963 में तिलैया में सैनिक स्कूल खुलने के बाद शुरुआती दौर में ही वे वहां के गणित शिक्षक नियुक्त हुए और 1995 में बतौर मुख्य शिक्षक के पद से अवकाश ग्रहण किया था। सैनिक स्कूल में रहते हुए उन्होंने एनसीसी के एयरफोर्स विंग में भी बतौर ट्रेनर उन्होंने काम किया था। मालूम हो कि उनकी पत्नी का देहांत करीब ढाई साल पहले हुआ था। वे अपने पीछे तीन बेटों और एक बेटी का भरापूरा परिवार छोड़ गए। उनके बड़े बेटे सलिल चौधरी भारतीय स्टेट बैंक, पटना में मुख्य प्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं जबकि दूसरे बेटे अनिल चौधरी आरडीएसओ, लखनऊ में डायरेक्टर पद पर कार्यरत हैं। छोटे पुत्र कपिल चौधरी झारखंड के गोविंदपुर में शिक्षक हैं। उनके दामाद आलोक झा निरसा कॉलेज में रसायन विज्ञान में प्राध्यापक हैं और बेटी रेणु भी शिक्षक हैं।
22 जुलाई, 1935 में जन्में विजेंद्र चौधरी मूल रूप से पूर्णिया जिले के सुखसेना ग्राम के निवासी थे। उनका ननिहाल मधेपुरा के उदाकिशुनगंज प्रखंड के आनंदपुरा गाँव था। उन्होंने अपने कैरिअर की शुरुआत विकास विद्यालय रांची से की थी और वहां 1962 से लेकर 1965 तक बतौर गणित शिक्षक कार्य किया। संयुक्त बिहार में 1963 में तिलैया में सैनिक स्कूल खुलने के बाद शुरुआती दौर में ही वे वहां के गणित शिक्षक नियुक्त हुए और 1995 में बतौर मुख्य शिक्षक के पद से अवकाश ग्रहण किया था। सैनिक स्कूल में रहते हुए उन्होंने एनसीसी के एयरफोर्स विंग में भी बतौर ट्रेनर उन्होंने काम किया था। मालूम हो कि उनकी पत्नी का देहांत करीब ढाई साल पहले हुआ था। वे अपने पीछे तीन बेटों और एक बेटी का भरापूरा परिवार छोड़ गए। उनके बड़े बेटे सलिल चौधरी भारतीय स्टेट बैंक, पटना में मुख्य प्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं जबकि दूसरे बेटे अनिल चौधरी आरडीएसओ, लखनऊ में डायरेक्टर पद पर कार्यरत हैं। छोटे पुत्र कपिल चौधरी झारखंड के गोविंदपुर में शिक्षक हैं। उनके दामाद आलोक झा निरसा कॉलेज में रसायन विज्ञान में प्राध्यापक हैं और बेटी रेणु भी शिक्षक हैं।
नहीं रहे बिजेंद्र चौधरी
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 09, 2012
Rating:

No comments: