
जानने वाले बताते हैं कि ए० आर० ज़का द्वारा अंग्रेजी सिखाने की विधि उनकी अपनी खोज थी और खुद अंग्रेजी बोलने में माहिर श्री ज़का ने मधेपुरा के बहुत सारे छात्रों को अंग्रेजी बोलना सिखा कर उन पर अपना विश्वास कायम किया. वर्ष 2006 के जनवरी तक उनकी ये संस्था मधेपुरा के लोगों के लिए एक मात्र विश्वसनीय संस्था बन चुकी थी और इस समय तक इस संस्था से करीब दो सौ से अधिक छात्रों ने फर्राटे से अंग्रेजी बोलना सीख लिया था.
और उनकी इस सफलता से प्रभावित होकर उस समय तक मधेपुरा व आसपास के क्षेत्र में ढेर सारी अंग्रेजी सिखाने वाली संस्था खुल चुकी थी. संस्था खोलने वालों में ढेर सारे तो श्री ए० आर० ज़का के ही छात्र थे. पर मधेपुरा में श्री ए० आर० ज़का के मिहनत तथा तकनीक ने किसी अन्य संस्था को उनसे बेहतर उभरने नहीं दिया. यह दीगर बात है कि उनके द्वारा ही सिखाए गए छात्र बिहार तथा झारखंड में स्पोकेन इंगलिश के क्षेत्र में अपना परचम लहरा रहे हैं.
मई 2010 तक मधेपुरा में हजारों छात्रों ने इस संस्था से अंग्रेजी बोलना सीख लिया था. हैरत की बात ये भी है कि श्री ज़का ने किसी अन्य संस्था से अंग्रेजी बोलने का प्रशिक्षण नहीं लिया. उन्हें अब तक कई अवसरों पर ढेर सारे सम्मान प्राप्त हो चुके हैं. हाल में ही पटना के प्रतिष्ठित अल-हीरा पब्लिक स्कूल ने उन्हें ‘स्पोकेन इंगलिश तथा पर्सनैलिटी डेवलपमेंट’ पर शिक्षकों का वर्कशॉप संचालित करने हेतु ‘सर्टिफिकेट ऑफ ऑनर’ प्रदान किया.
हाल में ही अंग्रेजी बोलना सीखाने हेतु उनकी अपनी खोज पर आधारित वी०सी०डी० ‘ए लवली आइडिया’ vol I. पटना में रिलीज हो चुकी है जिसकी हजारों प्रतियां हाथोंहाथ बिक चुकी है और वे जल्द ही इस वी०सी०डी० के vol II को रिलीज करने की तैयारी में लगे हुए हैं.

और उनकी इस सफलता से प्रभावित होकर उस समय तक मधेपुरा व आसपास के क्षेत्र में ढेर सारी अंग्रेजी सिखाने वाली संस्था खुल चुकी थी. संस्था खोलने वालों में ढेर सारे तो श्री ए० आर० ज़का के ही छात्र थे. पर मधेपुरा में श्री ए० आर० ज़का के मिहनत तथा तकनीक ने किसी अन्य संस्था को उनसे बेहतर उभरने नहीं दिया. यह दीगर बात है कि उनके द्वारा ही सिखाए गए छात्र बिहार तथा झारखंड में स्पोकेन इंगलिश के क्षेत्र में अपना परचम लहरा रहे हैं.
मई 2010 तक मधेपुरा में हजारों छात्रों ने इस संस्था से अंग्रेजी बोलना सीख लिया था. हैरत की बात ये भी है कि श्री ज़का ने किसी अन्य संस्था से अंग्रेजी बोलने का प्रशिक्षण नहीं लिया. उन्हें अब तक कई अवसरों पर ढेर सारे सम्मान प्राप्त हो चुके हैं. हाल में ही पटना के प्रतिष्ठित अल-हीरा पब्लिक स्कूल ने उन्हें ‘स्पोकेन इंगलिश तथा पर्सनैलिटी डेवलपमेंट’ पर शिक्षकों का वर्कशॉप संचालित करने हेतु ‘सर्टिफिकेट ऑफ ऑनर’ प्रदान किया.
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ए० आर० ज़का- जिसने मधेपुरा में अंग्रेजी को नई दिशा दी.
Reviewed by Rakesh Singh
on
June 01, 2010
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