नीतीश को सेक्युलरिज्म की परिभाषा भी नहीं पता: तेजस्वी यादव

|राजीव रंजन|25 अक्टूबर 2013|
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धर्मनिरपेक्षता की परिभाषा भी नहीं पता है. जब गोधरा जल रहा था तो उस समय नीतीश एनडीए में रेलमंत्री हुआ करते थे थे. उन्होंने न तो इस्तीफ़ा दिया, न ही जांच के आदेश दिए और न ही घटनास्थल पर गए. बाद में वे जब गुजरात गए तो उन्होंने कहा कि मोदी जी को देश की सेवा करनी चाहिए. उस समय में तो बीजेपी के लोग भी यह नहीं कहते है. यही नीतीश कुमार थे जिन्होंने आडवानी जी के रथ को हरी झंडी दिखाकर विदा किया, जबकि लालू जी ने आडवानी के रथ को रोककर उन्हें गिरफ्तार करवाया था.
      युवा राष्ट्रीय जनता दल मधेपुरा के एकदिवसीय सम्मलेन को संबोधित करने आये राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी यादव ने मीडियाकर्मियों से बात ज्कारते हुए उक्त बातें कही. उन्होंने कहा कि बीजेपी दो हैं. एक बीजेपी आडवानी जी की है जिसका नेतृत्व नीतीश कुमार कर रहे हैं और दूसरे नरेंद्र मोदी के बीजेपी का नेतृत्व सुशील मोदी कर रहे हैं. दोनों में सांठ-गाँठ है ताकि धर्मनिरपेक्ष वोटों का डिवीजन कर फिर से कम्यूनल फ़ोर्स सत्ता में आ जाए.
      चारा घोटाले में राजद सुप्रीमो को साजिश के तहत फंसाने के मुद्दे पर तेजस्वी यादव ने कहा कि चारा घोटाला वर्ष 1977 से चल रहा है. लालू जी मुख्यमंत्री 1990 में बने और इन्हें जैसे ही इसके बारे में पता चला इन्होने जांच करवाया और एफआईआर दर्ज करवाया. जो मुद्दई थे उन्ही को मुदालय बना दिया.
      पप्पू यादव के राजद में शामिल होने के प्रश्न पर तेजस्वी ने कहा कि इसका फैसला दल के बड़े नेता के द्वारा किया जायगा. मेरा काम सिर्फ युवाओं को जोड़कर युवा संगठन को मजबूत करना है.
[Tejaswi Yadav in Madhepura]
नीतीश को सेक्युलरिज्म की परिभाषा भी नहीं पता: तेजस्वी यादव नीतीश को सेक्युलरिज्म की परिभाषा भी नहीं पता: तेजस्वी यादव Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on October 25, 2013 Rating: 5

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