आरोप के मुताबिक धरातल पर कार्य किए बिना कागज पर सड़क बनाकर लाखों रुपए की निकासी कर ली गयी है. सरकारी योजना में घोटाले को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने जमकर बबाल काटा और पंचायत के रोजगार सेवक व तत्कालीन पीओ पर सरकारी राशि डकार जाने का आरोप लगाया है. बताया कि मुरलीगंज प्रखंड अंतर्गत गंगापुर पंचायत के वार्ड संख्या 02 खुशरूपट्टी गांव में कोशी स्थान से लेकर देवन राम के खेत तक योजना संख्या- 0522004007FP20377233 में सड़क निर्माण का कार्य कभी प्रारंभ ही नहीं हुआ लेकिन मनरेगा की वेबसाइट पर बांध मरम्मती का कार्य दिखाकर लाखों रुपए की फर्जी निकासी कर ली गयी है.
ग्रामीणों ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि इस सड़क निर्माण की मांग ग्रामीणों के द्वारा कई वर्षों से उठाई जा रही है लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा विभागीय कर्मचारियों व अधिकारियों की मिलीभगत से धरातल पर बिना काम किए ही रुपए की निकासी कर ली है. उन्होंने बताया कि इस सड़क पर आज तक एक टोकरी मिट्टी भी नहीं दिया गया है लेकिन सड़क के जगह बांध मरम्मती का नाम देकर एडवाइस जारी किया गया है, जबकि ना ही सड़क बना है और ना हीं कोई बांध का निर्माण हुआ है. आक्रोशित ग्रामीणों ने इस मामले की जाँच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। वहीं इस मामले में मनरेगा पीआरएस से जब पूछा गया तो पहले उन्होंने मोबाइल से रिकॉर्डिंग बंद करने का प्रयास किया फिर बाद में मिलकर बात करने की बात कहने लगे।
इस मामले को लेकर मधेपुरा के डीडीसी अवधेश कुमार आनन्द ने कहा कि तत्काल जाँच कमिटी का गठन कर दिया गया है. जाँच रिपोर्ट के बाद जो भी लोग दोषी पाए जाएंगे उनके विरुद्ध सख्ती से कार्रवाई की जाएगी और धरातल पर पुनः कार्य करवाया जाएगा।

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