बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश प्रधान महासचिव दीपक साह ने कहा कि इतिहास गवाह है कि महात्मा गांधी और भामाशाह जैसे महापुरुष इसी समाज ने दिए हैं। वैश्य समाज देश के उत्थान में हमेशा अग्रणी रहा है। जब भी देशहित की बात आई है, तब-तब वैश्यों ने तन, मन, धन से सबसे आगे आकर सहयोग किया है। लेकिन वैश्यों के साथ दुर्भाग्य है कि बड़ी आबादी रहते हुए भी कोई भी राजनीतिक दल सही तरीके से सम्मान देने का काम नहीं करती है। कहा कि अब वैश्य पहले की तरह अबला नहीं है। अधिकार नहीं मिला तो अपने बलबूते सरकार बनाएंगे।
अतिथि के रूप मेें आए रविरंजन गुप्ता ने कहा कि अधिकार चाहिए तो संगठित हो जाए। बिना संगठन को कोई अधिकार नहीं मिलने वाला है। अतिथि प्रो. रामचंद्र मंडल ने कहा कि बिना शिक्षित हुए कोई भी लड़ाई सफल नहीं हो पाई है। जिलाध्यक्ष अनमोल कुमार साह ने कहा कि देश में 22 करोड़ वैश्य आर्थिक विकास तथा संपन्नता की मुख्य धुरी है। वैश्य समाज किसी की दया पर नहीं अपितु स्वाभिमान के साथ जीना जानता है। वैश्य समाज की प्रतिभा आज भी बिना किसी के मोहताज हुए स्वाभिमान के साथ मजबूती से जीवन जीती है। जिला प्रधान महासचिव विशाल सोनी ने कहा कि वैश्यों ने वैदिक काल से ही राष्ट्र के आर्थिक विकास एवं जन सेवा में अपना अमूल्य योगदान दिया है, किन्तु संगठित न रह पाने के कारण अपनी विशिष्ठ पहचान बनाये रखने में असमर्थ रहे।
बैठक को संबोधित करते हुए हरि साह व सुनिल कुमार गुप्ता ने कहा कि अब समय आ गया है कि हमलोग उपजाति को छोड़ संगठित होकर एक प्लेटफार्म पर आए। बैठक को सेवानिवृत शिक्षक शिवनारायण शाह, प्रतिष्ठित व्यवसाय दिनेश कुमार साह, दिलीप कुमार, रवि कुमार गुप्ता, राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, राहुल गुप्ता, राजकुमार, सुबोध कुमार शाह, किशोर कुमार गुप्ता, राजा साह, राहुल भगत, रामनाथ भगत, उमाशंकर चौधरी, अशोक कुमार, ध्रुव कुमार चौधरी, भूषण शाह, अशोक कुमार, वकील साहब, सत्येंद्र कुमार, मयानंद शाह, सुधीर कुमार शाह, गोपी शाह, शंभू महेश्वरी समेत अन्य मौजूद थे।

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