इस मामले को लेकर आज एसपी कार्यालय से प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई है. जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक 24 जुलाई को उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक स्टेशन रोड मधेपुरा के शाखा प्रबंधक उदित प्रियम ने मधेपुरा सदर थाना में एक लिखित आवेदन दिया था, जिसमें बताया गया था कि उक्त बैंक में शिक्षा विभाग के सरकारी खाते से करीब तीन करोड़ रुपए का फर्जीवाड़ा कर विभिन्न खाताओं में राशि ट्रांसफर कर फर्जी निकासी किया गया है.
एफआईआर दर्ज होने के बाद एसपी संदीप सिंह ने कांड को गंभीरता से लेते हुए सरकारी राशि का फर्जीवाड़ा गबन घोटाले करने वाले गिरोह में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एएसपी प्रवेंद्र भारती के नेतृत्व में एक विशेष स्पेशल टीम का गठन किया था. गठित टीम में मधेपुरा सदर थाना अध्यक्ष विमलेंदु कुमार, दारोगा अमित कुमार रॉय को शामिल किया गया था. गठित टीम के द्वारा साक्ष्य संकलन कर गिरोह में शामिल सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही थी.
वहीं छापेमारी के क्रम में 17 अगस्त को फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के सदस्य साहुगढ़ भगवानपुर वार्ड संख्या 12 निवासी राजेश कुमार को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार अभियुक्त राजेश कुमार ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि सरकारी खाता से फर्जीवाड़ा कर रुपए निकासी करने वालों में विलास यादव, दीपक कुमार, विकास कुमार, धीरज कुमार एवं मनीष कुमार शामिल है. उन्होंने खुलासा करते हुए बताया कि उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के तत्कालीन ब्रांच मैनेजर से मिलकर इन राशि को सभी के खाता में स्थानांतरित किया गया था. राजेश कुमार के खाता में 2 लाख ट्रांसफर कर निकासी किया गया है.
बहरहाल गिरफ्तार अभियुक्त को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है. कांड में शेष बचे अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. इस मामले को लेकर एएसपी प्रवेंद्र भारती ने बताया कि कांड का खुलासा हुआ. इस कांड में गिरफ्तार आरोपी से पुलिस को कई अहम सुराग मिला है. शिक्षा विभाग के ग्रामीण बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक के मिलीभगत से करीब 3 करोड़ की फर्जी निकासी की साजिश रची गई थी. बहरहाल शेष बचे आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस लगातार छापेमारी अभियान चला रही है. बहुत जल्द सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा.
No comments: