प्रांगण रंगमंच के कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में संस्था के पूर्व अध्यक्ष डॉ. संजय परमार ने खासकर बाल कलाकारों को रंगमंच की विशेषता और इसके प्रभाव की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रंगमंच के कलाकरों और दर्शकों के वीच संप्रेषण का सीधा और सरल माध्यम होता है। इससे सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत को बल मिलता है।
मुख्य ट्रस्टी दिलखुश कुमार ने कहा कि पिछड़े इलाके में कलाकारों की प्रतिभा को आगे बढ़ाने में प्रांगण रंगमंच सराहनीय पहल कर रहा है। जो खासकर नवोदित कलाकारों को आगे बढ़ने में सहायता मिलती है। सचिव अमित आनंद ने कहा कि सामाजिक कुरीतियों को खत्म करने और एक सबल समाज निर्माण में रंगमंच महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
मौके पर प्रवीर बनर्जी, अभिषेक सोनी, अनीप गौतम, आद्या सिंह, प्रज्ञा सिंह, रौशनी कुमारी, गौरी कुमारी, शुभम कुमार, राहुल राज, शनि राज, विवेक कुमार, अनुराग यादव, प्रेम राय, लल्ला सहित अन्य मौजूद थे।

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