मौके पर विद्यालय की संचालिका चंद्रिका यादव ने कहा कि होली रंगों का वह पर्व है जो आपसी भाईचारे को बढ़ाता है और मजबूती भी देता है. भारत मुख्यतः पर्वों का देश है जिसमें होली अत्यंत प्राचीन पर्व है. जो फाल्गुन में मनाया जाता है. रंगों का यह पर्व आज अपनी विशेषता के कारण विदेशों में भी मनाया जाने लगा है. होली को फगुआ, धुलेंडी, छारंडी दोल के नाम से भी जाना जाता है. इस पर्व का अपना महत्व है जिसे मिलजुलकर मनाना चाहिए. बच्चों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि होली को प्रेम और सौहार्द के साथ मनाएं. ऐसी कोई हरकत न करे जो रंग में भंग करने जैसा हो. इस अवसर पर बड़ों का आशीर्वाद प्राप्त करें और उनके साथ कुछ पल भी गुजारें.
अपने संबोधन में विद्यालय संचालिका चंद्रिका यादव ने यह भी आगाह किया कि ऐसे रंगों का प्रयोग बिल्कुल न करें जो हानिकारक हो. इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक ओम प्रकाश, कृष्णा शरण, सुरेश शर्मा, कृष्णा सिंह, सोनी, दिलीप कुमार, नूतन, राखी, कुणाल, शिव सागर, कविता, अंशु, मनीष गुप्ता सहित सभी शिक्षक व कर्मचारी उपस्थित रहे.
![विभिन्न रंगों का पर्याय होली आपसी भाईचारे को देता है बढ़ावा : चंद्रिका यादव](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj8yT2kwJbU00bn1tDaLaTnTD2PW5U7hLX_UOaBvgtbt5glbwXjXolqn-sOFla31gDt3uw044_lhz2SyqLWWIRA6FQHE6cWKu_-3BKTby5uxEX1acrX1lJxkuIhwoV5i1cfYlUpGtHZ82ZxA5M3TVf9ZybSoODrViPh5dR8LbDr0g9aVyQQlgfR_im-/s72-c/WhatsApp%20Image%202023-03-06%20at%203.01.56%20PM.jpeg)
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