छात्र संगठन आइसा ने विभिन्न मांगो को लेकर बंद कर काम काज ठप कर दिया. छात्रों ने पीएचडी कोर्स वर्क 2020 नामांकन में धांधली पर बनी इतिहास विभाग पर जांच समिति का रिपोर्ट 65 दिन बीत जाने के बाद भी नहीं आने की मांग को लेकर, बीएनएमयू में सत्र नियमित क्यों नहीं, प्रो. (डॉ.) नरेश कुमार को बी.एड, एम.एड विभाग के इंचार्ज पद से हटाए जाने की मांग, बीएनएमयू में सेमिनार के नाम पर लाखों रुपये की धांधली एवं छात्रों का आर्थिक शोषण की जांच, शिक्षक डॉ. सुधांशु शेखर विश्वविद्यालय में अभी तक चार पद पर आसीन किस नियम के तहत एवं हटाए जाने की मांग, बीएनएमयू में तृतीय एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों की बहाली जल्द किया जाए. बीएनएमयू के सभी स्नातकोत्तर विभागों में मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव, बीएनएमयू अंतर्गत शिक्षा शास्त्र विभाग में तृतीय एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों की बहाली जल्द किया जाए, बीएनएमयू में छात्रसंघ चुनाव, बीएनएमयू में बस किराया के नाम पर अवैध वसूली को लेकर आइसा कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय के सभी विभागों में घूम-घूम कर बंद करवाया. सभी कार्यालयों पर प्रदर्शन करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय का तालाबंदी किया. साथ ही छात्र नेताओं ने कुलपति, कुलसचिव, डीएसडब्ल्यू, प्रॉक्टर, समेत कई पदाधिकारियों को कुलपति कार्यालय में आने के बाद कुलपति कार्यालय का घेराव कर सभी पदाधिकारियों को बंधक बनाकर जमकर नारेबाजी किया. छात्र नेता भ्रष्ट अधिकारियों के मनमानी एवं दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे.
कुलपति और कुलसचिव, डीएसडब्ल्यू, प्रॉक्टर से लंबी वार्ता के बाद आश्वासन देने के बाद आंदोलन समाप्त हुआ. कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे बीएनएमयू आइसा के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान ने कहा कि प्रो.(डॉ.) नरेश कुमार को बी.एड, एम.एड विभाग के इंचार्ज पद से अविलंब हटाया जाए.
विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान अली ने कहा कि एक शिक्षक डॉ. सुधांशु शेखर अपने सांठ गांठ की वजह से विश्वविद्यालय में चार-चार पद पर आसीन होकर विश्वविद्यालय पर राज कर रहे हैं जो कहीं से भी उचित नहीं है. विश्वविद्यालय में सेमिनार के नाम पर छात्रों से लाखों रुपए वसूले जाते हैं एवं छात्रों का शोषण किया जाता है. साथ ही अरमान अली ने कहा कि बीएनएमयू में भ्रष्ट पदाधिकारियों का बोलबाला है. यहां के कुछ भ्रष्ट पदाधिकारी जो विश्वविद्यालय को नेक से मान्यता दिलाने के नाम पर सालों साल से लूट मचा रखे हैं. विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान अली ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र संगठन आइसा के मांगों को अगर अनदेखी करती हैं एवं दोषियों पर अविलंब कार्रवाई नहीं करती है तो बीएनएमयू में चरणबद्ध आंदोलन होगा. मधेपुरा के आइसा जिला संयोजक पावेल कुमार ने कहा कि छात्र संगठन आइसा अब आर-पार की लड़ाई लड़ेगी.
मौके पर मौजूद RYA के राज्य कार्यकारिणी परिषद सदस्य कुंदन यादव ने कहा कि बीएनएमयू में छात्रों का भविष्य पूरी तरह से चौपट हो चुका है. यहां पीजी 2 साल का कोर्स 4 साल में भी पूरा नहीं हो पाता है.
मौके पर आइसा सुपौल के जिला अध्यक्ष संतोष कुमार सियोटा ने कहा कि बीएनएमयू में कुछ भ्रष्ट पदाधिकारी चार-चार पद लेकर बैठे हैं जो कहीं से भी तर्कसंगत नहीं है, उसे अविलंब हटा दिया जाए वरना अगले सप्ताह पूरे विश्वविद्यालय का तालाबंदी किया जाएगा.
मौके पर निभा कुमारी, मो. शमीम इकबाल, कृष्ण कुमार, अभिमन्यु पटेल, सुमित कुमार, प्रिया रंजन, रणवीर कुमार, श्याम कुमार, विजय कुमार, रमेश राम, सनोज कुमार, गुड्डू कुमार, मोनू कुमार, मधुसूदन कुमार, विमल विद्रोही अमित कुमार दुबे, रोशन कुमार राना, मुकेश कुमार, सुमन कुमार, निलेश कुमार, सिंकु आनंद, रिंकू कुमार, पिंटू कुमार, राकेश कुमार सोहन कुमार, मो. सोनू, राजीव कुमार लगभग 3 दर्जन से भी अधिक छात्र मौजूद थे.

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