इसमें छात्रों ने वि.वि. परिसर में पौधारोपण का कार्य किया और साथ ही पर्यावरण के संरक्षण तथा बचाव के महत्व पर अपनी राय रखी. वहीं छात्राओं ने कोविड महामारी से बचाव को लेकर जागरूकता अभियान चलाया. छात्रों की ओर से प्रथम सेमेस्टर के छात्र आलोक चटर्जी, आसिफ, अमन सिंह, प्रणव शानू एवं अन्य छात्रों ने सक्रिय भागीदारी निभाई तथा छात्राओं की ओर से रिया, विद्या, पूजा, पल्लवी आदि ने जागरूकता अभियान चलाया.
कार्यशाला के दौरान प्राध्यापक डॉ योगेश पांडे ने पौधों के महत्व को समझाते हुए कहा कि बढ़ते प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण वृक्षों का लगातार कम होता जाना है. वृक्ष जीवनदायिनी है और इसका संरक्षण हमारे जीवन का प्राथमिक लक्ष्य होना चाहिए. उन्होंने छात्रों को अधिक से अधिक पौधों को लगाने और उसके रखरखाव करने के लिए जागरूक किया.
प्रथम सेमेस्टर के छात्र आलोक चटर्जी ने भारत और बिहार में वनों की चिंताजनक स्थिति से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य और आंकड़े प्रस्तुत किए और कहा कि पौधारोपण का अभियान सर्वाधिक महत्वपूर्ण है. विश्व आज ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से जूझ रहा है और यदि हम अब भी जागरूक नहीं हुए तो आने वाले वर्षों में इसके और गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं.
(नि. सं.)
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