NSUI कार्यकर्ताओं ने फातिमा शेख और समाजवादी नेता मधु लिमिय के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उनको याद किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे NSUI जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि भारत में महिलाओं और अछूतों को सर्वप्रथम शिक्षित करने की बीड़ा उठाने वाली देश की प्रथम महिला शिक्षिका की सहयोगी शिक्षिका फातिमा शेख का 191वीं जयंती है.
उन्होंने कहा कि भारत मे पौराणिक एवं मनुस्मृति आधारित मान्यता के कारण महिलाओं और अछूतों को शिक्षा से वंचित रखा गया था. ऐसी मान्यता थी कि महिलाओं और अछूतों को शिक्षा देना धर्म की अवहेलना है. ऐसी परिस्थिति में ज्योतिबा फुले ने समाज के इस दकियानूसी सोच के खिलाफ खड़े हुए और महिलाओं और अछूतों को शिक्षित करने का अभियान चलाया. इस अभियान में उनकी पत्नी सावित्री बाई फुले भी साथ थी और उन्होंने महिलाओं को शिक्षित करने के लिये देश का पहला महिला स्कूल खोला. परिणाम यह हुआ कि परिवार वाले ही फुले दंपती को घर से बाहर निकाल दिया. ऐसी परिस्थिति में फातिमा शेख ने ही समाज के विरोध का परवाह किये बगैर फुले दंपती को अपने घर मे आश्रय दिया और उनके अभियान में अपनी पूरी भागीदारी दी.
निशांत यादव ने कहा कि उसके साथ आज महान समाजवादी नेता मधु लिमिय की भी पुण्यतिथि है. उनके विचार और उनका व्यक्तित्व वर्तमान के राजनीतिक कार्यकर्ताओ के लिये एक अहम सीख है.
कार्यक्रम में मुख्य रूप से NSUI छात्रनेता प्रवीण भारती, जितेंद्र कुमार, प्रिंश कुमार, रवि रंजन, चितरंजन कुमार, बिट्टू कुमार यादव, अजय राज, जितेंद्र कुमार उर्फ जीतू, सत्यम कुमार, मिथुन कुमार, गोपी कुमार, मिथलेश कुमार, सिंटू कुमार, दिलखुश कुमार, रितिक कुमार, ललटू कुमार सिंह, प्रशांत सिंह यादव समेत दर्जनों NSUI कार्यकर्ता मौजूद थे.
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