सड़क जाम करीब 12:00 बजे से 5:30 बजे संध्या तक रहा. प्रखंड विकास पदाधिकारी अजीत कुमार एवं थानाध्यक्ष सहित अन्य पुलिस बलों के द्वारा घंटों समझाने-बुझाने के बाद भी नहीं तैयार हुए. सदर अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार एवं डीएसपी कुमार इंद्रप्रकाश के द्वारा भी काफी देर तक समझाने बुझाने का प्रयास किया. लेकिन अधिकारियों का प्रयास विफल रहा.
प्रदर्शनकारियों ने किया पथराव
इसके बाद जिला पदाधिकारी महेंद्र कुमार एवं पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार के आने के बाद भी जाम कर रहे लोगों ने जाम समाप्त करने से इंकार कर दिया. जिसके बाद जिलाधिकारी के आदेश से सभी प्रदर्शनकारियों को स्पीकर से प्रचार करवा कर जाम स्थल से जाने का आदेश जारी किया. लेकिन प्रदर्शनकारी जाम स्थल पर डटे रहे. उसके बाद जिला पदाधिकारी का आदेश से लोगों को तितर-बितर करने के लिए खदेड़ा गया. तभी आक्रोशित लोगों ने पत्थरबाजी करना शुरू कर दिया. जिसमें एक पुलिसकर्मी बुरी तरह से जख्मी हो गया. जख्मी पुलिसकर्मी को किसनपुर अस्पताल में इलाज करवाया गया.
जाम स्थल पर लोगों द्वारा उपद्रव मचाने के बाद पुलिस ने एक दर्जन से अधिक राउंड रबड़ फायर किया. शांति बनाए रखने के लिए डीएम एवं एसपी स्वयं बाजार में गश्ती करते रहे. काफी मशक्कत के बाद लाश को एंबुलेंस से पोस्टमार्टम के लिये सदर अस्पताल सुपौल भेजा गया है. जाम स्थल पर करीब 200 से अधिक महिला एवं पुलिस बल के जवान संध्या 7:00 बजे शाम तक जमे रहे. डीएम एवं एसपी स्वयं आवाजाही परिचालन शुरू करवाया.
पिता ने थाने में दिया आवेदन
इधर मृतक के पिता बहादुर शाह के द्वारा किशनपुर थाना में आवेदन देकर अभुआर गांव के बन्नाकांत झा के पर गोली मारने का आरोप लगाया गया. आवेदन में आरोप लगाया है कि मृतक को बन्नाकांत झा बुलाकर अभुआर नहर पर ले गया. जहां पकड़ कर सिर में गोली मार दिया.

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