दो दिनों से बारिश नहीं होने से किसानों ने ली राहत की सांस, दोबारा कर रहे हैं धान की रोपाई

मधेपुरा जिले में पिछले दो दिनों से बारिश नहीं होने से किसानों ने राहत की सांस ली है. आलम यह है कि किसान फिर से वैसे खेतों में धान की रोपनी कर रहे हैं जहां पहले रोपे गए धान बारिश के कारण बर्बाद हो गयी है. 

इसी बीच मौसम विभाग से आये पूर्वानुमान किसानों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है. मौसम विभाग की माने तो 28 से 30 जुलाई तक जिले के विभिन्न भागों में कहीं भारी तो कहीं हल्की बारिश की संभावना है. इस हालत में अगर फिर बारिश हुई तो किसानों की फसल पानी में डूबकर फिर से बर्बाद हो जाएगी और किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा.
मिली जानकारी के अनुसार जिले में 75 हजार हेक्टेयर में धान की रोपनी की गयी थी. किंतु धान की रोपनी के बाद समय पर पहुंचा मानसून के कारण शुरु हुई भारी बारिश से लगभग 30 हजार हेक्टेयर धान की फसल पानी में डूबने से बर्बाद हो गयी. अब जब दो दिन से बारिश रुक गयी है तो वैसे किसान फिर से हिम्मत कर दोबारा धान की रोपनी कर रहे हैं जिनके पास कुछ बिचड़ा उपलब्ध है. किंतु जिन किसानों के पास धान का बिचड़ा उपलब्ध नहीं है वे फसल की बर्बादी से परेशान हैं. उनको केवल सरकारी सहायता की ही आस है ताकि वे महाजनों का कर्ज चुका सके.

मौसम विज्ञान केंद्र, अगवानपुर, सहरसा के मौसम वैज्ञानिक अशोक कुमार पंडित ने बताया है कि जिले में 28 से 30 जुलाई तक भारी व हल्की बारिश की संभावना है. इस दौरान मेघ गर्जन व ठनका गिरने की भी उम्मीद जतायी गयी है. किसान बारिश के दौरान अपने घर में ही रहने का प्रयास करें.
(रिपोर्ट: कुमारी मंजू)
दो दिनों से बारिश नहीं होने से किसानों ने ली राहत की सांस, दोबारा कर रहे हैं धान की रोपाई दो दिनों से बारिश नहीं होने से किसानों ने ली राहत की सांस, दोबारा कर रहे हैं धान की रोपाई Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 26, 2020 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.