मधेपुरा जिले के
चौसा प्रखंड के अरजपुर पूर्वी पंचायत के कटचिरा टोला में खेत से काम कर लौट रही
महिला की सर्पदंश से मृत्यु हो गई.
बताया जाता है कि चौसा
प्रखंड के अरजपुर पूर्वी पंचायत के कटचिरा टोला निवासी योगेंदर रजक की धर्मपत्नी
सुनीता देवी रात्रि करीब 8 बजे खेत में काम निपटा कर घर लौट रही थी. उसी दौरान किसी
विषैले सांप ने पैर में काट लिया. आनन फानन में उसे चौसा प्राथमिक स्वास्थ केंद्र
लाया गया। ड्यूटी पर मौजूद डॉ राकेश कुमार ने उसे प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर
दिया।
परिजनों ने लगाया
चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप
जबकि परिजनों का
कहना है कि मौजूद डॉक्टर ने कहा कि इसको सर्प ने नहीं काटा है। इसका इलाज यहाँ
नहीं होगा, इसको बाहर ले जाओ। आरोप लगाया कि डॉक्टर ने इसे गम्भीरता से नहीं लिया और
उनकी लापरवाही से इस की मौत हुई है। परिजन हंगामा कर रहे थे।
हंगामा की सूचना
मिलते ही चौसा थाना अध्यक्ष सुमन कुमार, ए एस आई अलोक कुमार अमल सैन्य बल के साथ
चौसा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँच कर परिजनों को शांत किया। इस मौके पर
अराजपुर पूर्वी पंचायत के पूर्व मुखिया मनोज प्रसाद, चौसा पूर्वी क्षेत्र के पूर्व जिला परिषद प्रतिनिधि मनोज
राणा चौसा, प्रखंड के जदयू सचिव नरेश ठाकुर निरालाआदि परिजनों को न्याय का भरोसा दिलाया।
‘आरोप हैं बेबुनियाद’:
चिकित्सक
वहीँ चौसा प्राथमिक
स्वास्थ केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी अमित कुमार सिंह ने बताया कि डॉक्टर पर
लगाया गया आरोप बेबुनियाद है। परिजनों द्वारा महिला को सर्प डंसने के 2 घंटे बाद
हॉस्पिटल लाया गया, तब तक मरीज की हालत नाजुक हो चुकी थी, जिस की वजह से मौत हुई
है। फिर भी अगर ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर द्वारा लापरवाही बरती गई है तो जाँच कर उन
पर क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी । वैसे डॉक्टर द्वारा पुर्जे पर लिखी दवाई उचित उपचार
है, फिर पोस्टमार्टम ही बता सकता है कि डॉक्टर द्वारा गलत उपचार हुआ है या सही?
(रिपोर्ट: आरिफ आलम)
सर्पदंश से 45 वर्षीया महिला की मौत, लगाया चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
May 28, 2018
Rating:
No comments: