
जिला
पदाधिकारी मोहम्मद सोहैल ने सभी को संबोधित करते हुए बताया कि सरकार की इस
महत्वाकांक्षी योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में 15
वर्ष से 25 वर्ष तक के युवा एवं
युवतियों को कंप्यूटर शिक्षा का प्रशिक्षण नि:शुल्क दिया जाएगा और संवाद कौशल के
साथ-साथ उन्हें व्यवहार कौशल में भी दक्ष बनाया जायेगा. इन सारे कौशलों को सीखने
के बाद उन्हें रोजगार के नए अवसर मिल सकेंगे ताकि वे आर्थिक रूप से सबल हो सके.
उन्होंने कहा कि अब देश में हर एक काम कंप्यूटर पर ही निर्भर हो गया है. आज के दौर
में कंप्यूटर के बिना कोई कार्य संभव नहीं है. इसलिए इस क्षेत्र में रोजगार की
असीम संभावनाएं भी है. उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि इसलिए वे कौशल विकास
योजना से कंप्यूटर की शिक्षा अवश्य ग्रहण करें ताकि आसानी से आज के दौर में रोजगार
मिल सके.
केंद्र
संचालक सह समन्वयक बबीता सिंह ने कुशल युवा कार्यक्रम के विभिन्न विषयों के बारे
में विस्तार से जानकारी दी.
वहीं मौके पर प्रखंड
प्रमुख सुमन देवी, जिप
सदस्य नूतन कुमारी, जिला पार्षद पति डॉक्टर बी के आर्यन,
प्रखंड विकास पदाधिकारी राघवेंद्र शर्मा, जिला कौशल विकास प्रबंधक रवि रंजन सिंह, परियोजना
संचालक रंजन कुमार, संस्थान के मुख्य संरक्षक धर्मेन्द्र सिंह, मधेपुरा के समिधा ग्रुप के संचालक संदीप शांडिल्य, मधेपुरा यूथ एसोसिएशन के
अध्यक्ष राहुल यादव, बम बहादुर सिंह, सेवानिवृत्त
शिक्षक, रुपेश कुमार, संजय कुमार,
रोशन सिंह, पंचायत समिति सदस्य दयानंद
सिंह, पूर्व मुखिया राजदेव सिंह आदि कई ग्रामीण इस समारोह
में सम्मिलित थे.
ग्रामीण इलाके में मधेपुरा डीएम ने किया कौशल विकास केंद्र का उद्घाटन
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 08, 2017
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