मधेपुरा नगर परिषद् तथा मुरलीगंज नगर पंचायत का शोर एक बार थम सा गया है. मधेपुरा नगर परिषद् के 155 तथा मुरलीगंज नगर पंचायत के 103 प्रत्याशियों की किस्मत आज शाम पांच बजे ईवीएम में कैद हो गई है.
मधेपुरा नगर परिषद में 62.95℅ और मुरलीगंज नगर पंचायत में 68.75℅ हुआ, मतदान जिले के दोनों जगहों पर शांतिपूर्ण रहा मतदान। दोनों मिलाकर 65.85% मतदान हैं, जो जनता के जागरूक होने का संकेत है.
चुनाव के दौरान कहीं से कोई बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है. मधेपुरा नगर परिषद् के वार्ड नं. 6 में प्रत्याशी भानु प्रताप की पुलिस से हुई झड़प के बाद भानु प्रताप को हिरासत में ले लिया गया. कहीं-कहीं प्रत्याशियों ने बोगस वोटिंग के भी आरोप लगाये, हालाँकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई.
गिने-चुने बूथ पर प्रत्याशियों और उनके समर्थकों ने दबंगई दिखानी चाही पर शिकायत पर प्रशासन की त्वरित कार्रवाई के बाद मामला बिगड़ने से बचा. प्रशासन की बूथों पर व्यवस्था संतोषप्रद थी. धुप को देखते हुए कई जगह पंडाल लगाये गए थे तो कई जगह मतदाताओं को पानी पिलाने की भी व्यवस्था देखी गई.
मधेपुरा जिले के दोनों क्षेत्र में जहाँ 41 प्रत्याशियों के सर पर मंगलवार की सुबह जीत का सेहरा सजेगा तो 217 प्रत्याशी अपने लटके चेहरों के साथ मातम मनाने समर्थकों के साथ मतगणना केंद्र से घर को प्रस्थान कर जायेंगे. फिर होगी हार की समीक्षा. वोटरों के विश्वासघात की कहानियाँ सुनाकर ये 217 हारे हुए प्रत्याशी हार का ठीकरा अपने समर्थकों की लापरवाही के साथ-साथ विरोधियों की चालबाजी बताकर उनपर भी फोड़ेंगे.
पर जो भी हो, कई दिनों का शोर थम सा गया है और मतदाताओं ने भी आज चैन की सांस ली है. घर पर दिन भर प्रत्याशियों और समर्थकों के हुजूम से अधिकांश मतदाता परेशान थे, पर चेहरे पर जबरन मुस्कराहट के भाव तो लाने ही थे. उधर प्रत्याशियों के खेमे में उमीद और नाउम्मीदी दोनों के भाव दिख रहे हैं. कुछ तो अपनी जीत के प्रति ‘सशंकित भाव से आश्वस्त’ दिख रहे हैं तो अधिकांश के चेहरे पर हवाइयां उड़ रही है. बूथों पर मतदान के कुछ बदले ट्रेंड को देखकर अंदाजा है कि कई पुराने चेहरे इस बार हार का मुंह देख सकते हैं और कुछ नए चेहरों का प्रतिनिधित्व तय माना जा रहा है.
चुनाव के दौरान कहीं से कोई बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है. मधेपुरा नगर परिषद् के वार्ड नं. 6 में प्रत्याशी भानु प्रताप की पुलिस से हुई झड़प के बाद भानु प्रताप को हिरासत में ले लिया गया. कहीं-कहीं प्रत्याशियों ने बोगस वोटिंग के भी आरोप लगाये, हालाँकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई.
गिने-चुने बूथ पर प्रत्याशियों और उनके समर्थकों ने दबंगई दिखानी चाही पर शिकायत पर प्रशासन की त्वरित कार्रवाई के बाद मामला बिगड़ने से बचा. प्रशासन की बूथों पर व्यवस्था संतोषप्रद थी. धुप को देखते हुए कई जगह पंडाल लगाये गए थे तो कई जगह मतदाताओं को पानी पिलाने की भी व्यवस्था देखी गई.
मधेपुरा जिले के दोनों क्षेत्र में जहाँ 41 प्रत्याशियों के सर पर मंगलवार की सुबह जीत का सेहरा सजेगा तो 217 प्रत्याशी अपने लटके चेहरों के साथ मातम मनाने समर्थकों के साथ मतगणना केंद्र से घर को प्रस्थान कर जायेंगे. फिर होगी हार की समीक्षा. वोटरों के विश्वासघात की कहानियाँ सुनाकर ये 217 हारे हुए प्रत्याशी हार का ठीकरा अपने समर्थकों की लापरवाही के साथ-साथ विरोधियों की चालबाजी बताकर उनपर भी फोड़ेंगे.
पर जो भी हो, कई दिनों का शोर थम सा गया है और मतदाताओं ने भी आज चैन की सांस ली है. घर पर दिन भर प्रत्याशियों और समर्थकों के हुजूम से अधिकांश मतदाता परेशान थे, पर चेहरे पर जबरन मुस्कराहट के भाव तो लाने ही थे. उधर प्रत्याशियों के खेमे में उमीद और नाउम्मीदी दोनों के भाव दिख रहे हैं. कुछ तो अपनी जीत के प्रति ‘सशंकित भाव से आश्वस्त’ दिख रहे हैं तो अधिकांश के चेहरे पर हवाइयां उड़ रही है. बूथों पर मतदान के कुछ बदले ट्रेंड को देखकर अंदाजा है कि कई पुराने चेहरे इस बार हार का मुंह देख सकते हैं और कुछ नए चेहरों का प्रतिनिधित्व तय माना जा रहा है.
(MT Team)
नगर निकाय चुनाव संपन्न: प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में हुई कैद, @ 66% मतदान
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
May 21, 2017
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