बिहार राज्य आंगनबाडी कर्मचारी यूनियन पटना राज्य अध्यक्ष चंद्रावती देवी के आह्वान पर 24 मार्च से बिहार की सारी सेविका और सहायिका अनिश्चितकालीन पर हड़ताल पर हैं ।
पिछले 27 मार्च से आज चौथे दिन सेविका-सहायिका ने मधेपुरा जिले के चौसा में बाल विकास परियोजना कार्यालय में ताला जड़ दिया. सेविका-सहायिका में विरोध करते हुए कहा कि आज बाल विकास परियोजना कार्यालय में ताला लटका है, 31 मार्च को पूरे प्रखंड कार्यालय और अंचल कार्यालय में ताला लगा दूंगी। सारे सरकारी ऑफिस में ताला लटका दिया जाएंगे प्रखंड कार्यालय में विरोध प्रदर्शन 31 मार्च तक रहेगा। । साथ ही 3 अप्रैल से 7 अप्रैल तक जिला मुख्यालय में सामूहिक धरना पर बैठेगी और 10 अप्रैल से जेल भरो अभियान में शामिल रहेगी और इसी तरह चरणबद्ध आंदोलन चलता रहेगा । आज सेविका-सहायिका को संबोधित करते हुए प्रखंड अध्यक्ष पल्लवी कुमारी ने कहा कि जब तक हमारी 16 सूत्री मांगों को पूरा नहीं किया जाता है हम हड़ताल पर ही रहेंगे । बिहार सरकार सेविका-सहायिका का शोषण कर रही है । जिस हिसाब से काम लेती है उतना मजदूरी नहीं मिलता है । आज साधारण मजदूरों को ₹ 300 रोज की मजदूरी मिलती है लेकिन बिहार सरकार केंद्र सरकार दोनों मिलकर सेविका को सौ रुपैया रोज और सहायिका को ₹ 50 रोज की दर से मानदेय देती है, यह बहुत नाइंसाफी है. बिहार की तुलना में गोवा सरकार सेविका को ₹ 9000 और साहिका को 45 सौ रुपया देती है । उसी तर्ज पर हम लोगों को भी मानदेय मिलना चाहिए। वहीँ गायत्री देवी ने कहा कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार हम महिलाओं को कमजोर न समझें और हमारा शोषण बंद करें. हम अपना हक लेकर ही रहेंगे।
इस अवसर पर प्रखंड की सभी सेविका सहायिका उपस्थित थी जिनमें बीबी तबस्सुम खातुन, प्रेमलता रानी, चन्दन कुमारी, रेखा कुमारी, हिना कुमारी, सोनी कुमारी, विनीता कुमारी, बेबी कुमारी, बेबी कुमारी, पूनम राय, सहायिका मीना कुमारी, मंजू देवी, मसरख खातून, प्रेमलता कुमारी, अनिता देवी मौजूद थी।
हड़ताल जारी: सेविका-सहायिकाओं ने जड़ा बाल विकास परियोजना कार्यालय में ताला
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 30, 2017
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