सुपौल जिले के छातापुर थाना क्षेत्र स्थित लालगंज पंचायत के वार्ड नं. 3 में चुनावी रंजिश के कारण एक 12 वर्षीय बालक की निर्मम हत्या किये जाने का मामला सामने आया है. हत्या के बाद शव को गेंडा नदी के कछार में छिपा दिया गया था.
ग्रामीणों की सूचना पर गुरूवार को पहुंची पुलिस ने नदी के कछार से शव को बरामद कर एक आरोपी को मौके से हिरासत में लिया है. मृतक बालक के गुमशुदगी को लेकर बुधवार को थाना में उसके पिता द्वारा गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया गया था.
मृतक के पिता लाल मोहम्मद ने बताया था कि उसका 12 वर्षीय पुत्र मजहरूल हक मंगलवार की संध्या से गायब था, जिसकी खोजबीन की जा रही थी. गुरूवार को रास्ते से गुजरते बच्चों की नजर नदी के कछार पड़ पड़ी जहां उक्त बालक का शव जलकुंभियों के बीच औंधे मुंह पड़ा हुआ था.
बच्चों के शोर मचाने के बाद सैंकड़ों की संख्या में ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गयी. मौके पर पुलिस के पहुंचते ही ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा और सभी थानाध्यक्ष को घटना स्थल पर बुलाने तथा आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पड़ अड़ गये. तकरीबन घंटा भर के बाद थानाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार मिश्र स्थल पर पहुंचे और पीड़ित पिता से जानकारी लेकर मौके से मो. इसहाक उर्फ मुन्ना को हिरासत में लिया.
पुलिस ने शव को कछार से निकाल कर पोस्टमार्टम करा कर शव को परिजन को सौंप दिया है. हत्या के आरोप में आठ लोगों को नामजद किया गया है.
थाना को दिये आवेदन में पीड़ित पिता ने बताया है कि बीते पंचायत चुनाव में उनकी पत्नी वार्ड सदस्य की प्रत्याशी थी जो मो मुन्ना की पत्नी से पराजित हो गयी. चुनाव के दौरान ही मो. मुन्ना निर्विरोध होने के ख्याल से उसके उपर दबाव बनाता रहा और बात नहीं मानने पर उसे अंजाम भुगतने की धमकी दी थी. थानाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि पहले ही गुमशुदगी की प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. लाश बरामदगी के बाद परिवर्तित धाराओं में अनुसंधान चलेगा.
ग्रामीणों की सूचना पर गुरूवार को पहुंची पुलिस ने नदी के कछार से शव को बरामद कर एक आरोपी को मौके से हिरासत में लिया है. मृतक बालक के गुमशुदगी को लेकर बुधवार को थाना में उसके पिता द्वारा गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया गया था.
मृतक के पिता लाल मोहम्मद ने बताया था कि उसका 12 वर्षीय पुत्र मजहरूल हक मंगलवार की संध्या से गायब था, जिसकी खोजबीन की जा रही थी. गुरूवार को रास्ते से गुजरते बच्चों की नजर नदी के कछार पड़ पड़ी जहां उक्त बालक का शव जलकुंभियों के बीच औंधे मुंह पड़ा हुआ था.
बच्चों के शोर मचाने के बाद सैंकड़ों की संख्या में ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गयी. मौके पर पुलिस के पहुंचते ही ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा और सभी थानाध्यक्ष को घटना स्थल पर बुलाने तथा आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पड़ अड़ गये. तकरीबन घंटा भर के बाद थानाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार मिश्र स्थल पर पहुंचे और पीड़ित पिता से जानकारी लेकर मौके से मो. इसहाक उर्फ मुन्ना को हिरासत में लिया.
पुलिस ने शव को कछार से निकाल कर पोस्टमार्टम करा कर शव को परिजन को सौंप दिया है. हत्या के आरोप में आठ लोगों को नामजद किया गया है.
थाना को दिये आवेदन में पीड़ित पिता ने बताया है कि बीते पंचायत चुनाव में उनकी पत्नी वार्ड सदस्य की प्रत्याशी थी जो मो मुन्ना की पत्नी से पराजित हो गयी. चुनाव के दौरान ही मो. मुन्ना निर्विरोध होने के ख्याल से उसके उपर दबाव बनाता रहा और बात नहीं मानने पर उसे अंजाम भुगतने की धमकी दी थी. थानाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि पहले ही गुमशुदगी की प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. लाश बरामदगी के बाद परिवर्तित धाराओं में अनुसंधान चलेगा.
चुनावी रंजिश में 12 वर्षीय बालक की निर्मम हत्या
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 02, 2016
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