
मालूम हो की वंशगोपाल पंचायत के मुखिया पद से मात्र 19 वोट से हारने के पश्चात आरती देवी एवं उनके चुनाव अभिकर्ता द्वारा पुनर्मतगणना कराये जाने की मांग पर प्रखंड निर्वाची पदाधिकारी द्वारा पुनर्मतगणना नहीं कराये जाने एवं जल्दबाजी में उक्त पंचायत से मुखिया पद हेतु चुनाव लड़ने वाले कुल 15 प्रत्याशियों को मिले मतों की संख्या को बगैर घोषणा किये जीत दर्ज करने वाले प्रत्याशी को प्रमाण पत्र सौंपे जाने से आक्रोषित मुखिया समर्थकों नें आज शनिवार को मुख्य मार्ग को पूर्णतः जामकर घंटों आवागमन को बाधित रखा. मुखिया के समर्थकों द्वारा सड़क जामकर बीडीओ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी.
मालूम हो कि मतगणना के अंतिम दिन शुक्रवार को दूसरे पाली में वंशगोपाल पंचायत का मतगणना कराया गया था. जिसमें मुखिया प्रत्याशी ममता कुमारी को 904 एवं आरती देवी को 885 वोट प्राप्त हुए. लेकिन आरती देवी एवं उसके अभिकर्ता उक्त मतगणना से संतुष्ट नहीं थे. उसका कहना था की ममता कुमारी के बंडल में बीडीओ की मिलीभगत से जहाँ अवैध मतपत्रों को भी शामिल कर दिया गया है. वहीं मेरे वैध मतपत्र को भी अवैध मतपत्र के बंडल में शामिल कर बिना घोषणा के प्रमाण पत्र दे दिया गया. इसी बात की शिकायत करने जब वह निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ रीना कुमारी के पास गयी तो उसे एवं उनके चुनाव अभिकर्ता को गार्ड के माध्यम से धक्के दिलाकर बाहर निकाल दिया गया और आनन फानन में बिना घोषणा के ममता कुमारी को जीत का प्रमाण पत्र दे दिया गया. उनके द्वारा इसकी शिकायत जिला पदाधिकारी व निर्वाचन आयोग से की गयी. वहीं समर्थकों द्वारा सड़क जाम कर दिया गया.
वहीं जाम की खबर पाकर जाम स्थल पर पहुँचे थानाध्यक्ष राजेश कुमार रंजन एवं एसआई बिन्देश्वरी राम के द्वारा समर्थकों को काफी समझाया बुझाया गया लेकिन वे लोग नहीं माने. बाद में एसडीएम मुकेश कुमार एवं एसडीपीओ रहमत अली भी जाम स्थल पर पहुँचकर जाम हटाने का प्रयास किया. लेकिन सफलता नहीं मिली थी. जाम कर रहे लोगों का कहना था जबतक डीएम द्वारा पुनर्मतगणना का आदेश या आश्वासन नहीं दिया जाता है तबतक सड़क जाम जारी रहेगा.
पुरैनी बीडीओ पर पक्षपात व मनमानी का आरोप: सड़क जाम
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 04, 2016
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