बीएनएमयू: डिग्री पार्ट-III परीक्षा प्रोग्राम में गड़बड़ी के कारण सैंकड़ों छात्र परीक्षा देने से हुए वंचित, फिर से परीक्षा आयोजित करने की मांग
अक्सर भ्रम की स्थिति उत्पन्न करने वाले मधेपुरा के बी.एन. मंडल विश्वविद्यालय में आज उस समय डिग्री पार्ट-III के करीब दो सौ छात्रों को झटका लगा जब वे द्वितीय पाली में परीक्षा देने मधेपुरा के पार्वती सायंस कॉलेज पहुंचे, पर उन्हें परीक्षा देने की अनुमति नहीं मिली.
मंतोष कुमार, गौतम राठौर, स्नेह प्रिया, कल्याणी कुमारी, मनीषा कुमारी, कुमार सुमन, दीपक राज आदि छात्रों ने बताया कि परीक्षा प्रोग्राम के मुताबिक़ आज GES की परीक्षा दोनों पालियों में निर्धारित की गई थी. प्रोग्राम में द्वितीय पाली में ग्रुप C और D दर्शाया हुआ था और हमलोग ग्रुप D के ही छात्र हैं. पर परीक्षा देने पहुँचने पर हमें परीक्षा कक्ष में जाने की अनुमति यह कहकर नहीं दी गई कि आपलोगों की परीक्षा प्रथम पाली में ही थी.
परीक्षा छूटने से आक्रोशित सैंकड़ों छात्रों ने विश्वविद्यालय में परीक्षा नियंत्रण विभाग में जाकर अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत कराया और कहा कि परीक्षा प्रोग्राम में त्रुटि का खामियाजा भुगतने से उन्हें बचाया जाय और फिर से उनकी परीक्षा आयोजित करवाई जाय.
जाहिर है, यदि मामले में विश्वविद्यालय की भूल के कारण इन छात्रों को परेशानी हुई है तो इन्हें विश्वविद्यालय को निजात दिलाना चाहिए, ताकि इनका एक साल बर्बाद न जाय. छात्रों के अनुसार सिर्फ मधेपुरा में ही इनकी संख्यां दो सौ के कारीब थी जबकि अन्य जगहों पर भी छात्रों की परीक्षा छूटने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है.
मंतोष कुमार, गौतम राठौर, स्नेह प्रिया, कल्याणी कुमारी, मनीषा कुमारी, कुमार सुमन, दीपक राज आदि छात्रों ने बताया कि परीक्षा प्रोग्राम के मुताबिक़ आज GES की परीक्षा दोनों पालियों में निर्धारित की गई थी. प्रोग्राम में द्वितीय पाली में ग्रुप C और D दर्शाया हुआ था और हमलोग ग्रुप D के ही छात्र हैं. पर परीक्षा देने पहुँचने पर हमें परीक्षा कक्ष में जाने की अनुमति यह कहकर नहीं दी गई कि आपलोगों की परीक्षा प्रथम पाली में ही थी.
परीक्षा छूटने से आक्रोशित सैंकड़ों छात्रों ने विश्वविद्यालय में परीक्षा नियंत्रण विभाग में जाकर अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत कराया और कहा कि परीक्षा प्रोग्राम में त्रुटि का खामियाजा भुगतने से उन्हें बचाया जाय और फिर से उनकी परीक्षा आयोजित करवाई जाय.
जाहिर है, यदि मामले में विश्वविद्यालय की भूल के कारण इन छात्रों को परेशानी हुई है तो इन्हें विश्वविद्यालय को निजात दिलाना चाहिए, ताकि इनका एक साल बर्बाद न जाय. छात्रों के अनुसार सिर्फ मधेपुरा में ही इनकी संख्यां दो सौ के कारीब थी जबकि अन्य जगहों पर भी छात्रों की परीक्षा छूटने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है.
बीएनएमयू: डिग्री पार्ट-III परीक्षा प्रोग्राम में गड़बड़ी के कारण सैंकड़ों छात्र परीक्षा देने से हुए वंचित, फिर से परीक्षा आयोजित करने की मांग
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 21, 2016
Rating:
मैंने भी आज ही GES की परीक्षा Commerce विषय से दी है और मेरा भी group D ही है।
ReplyDeleteमुझे जहाँ तक प्रोग्राम समझ में आ रहा था, स्पष्ट रूप से लिखा था की group d के साइंस और कॉमर्स की परीक्षा प्रथम और आर्ट्स की परीक्षा द्वितीय पाली में थी। इसमें यूनीवर्सिटी नही बल्कि उन छात्रों का दोष है जो इसे समझ नही पाये या फिर किसी से समझने की कोशिश नही की।
और जो विद्यार्थी स्नातक कर रहे हैं उन्हें प्रोग्राम भी समझ में न आये, ये तो हास्यपद ही है।
Hum BCA wale ko to university to bhul he jaisa gyaa hain.
ReplyDelete3 sal pure hoo gye Lenin hmlog wi k wi Third semester me atke
Hain.Na to exam ki kavi koi bat hoti hain na he hamre carrier k sath
Khilwar he hoo rhe hain naa....
Agar BNMU ko capacity ni ho vocational course karwane ki too ni karwaye
Students ki life k sathh khilwar na kre...
KMUMAR ABHINAV
BCA(3rd semester)
S/O B.S.S COLLEGE SUPAUL.