शोषण करती टेलीकॉम कम्पनियाँ: उपभोक्ता लाचार, नहीं है कोई मददगार

हलो हलो .........आवाज़ नही आ रही है और इस तरह  लाईन डिसकनेक्ट हो जाना तो आम बात हो गई है. अमूमन सभी टेलीकॉम कंपनियों का यही हाल है. ये टेलीकॉम कंपनियां लोगों की गाढी कमाई एक तरह से ठग लेते हैं और उपभोक्ता कुछ भी नहीं कर पाते हैं.

कॉलड्रॉप से नहीं मिल रहा निजात
: कॉलड्रॉप की भयावह स्थिति को देखते हुए  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी टेलीकॉम कंपनियों को  कॉलड्रॉप की  समस्या को दूर करने के लिए कहा. लेकिन टेलीकॉम कंपनियां अपने आचरण में  सुधार लाने  को  तैयार नहीं है.
    सिंहेश्वर पर्यटन स्थल तथा बाबा की नगरी होने के कारण यहाँ सालों  भर पर्यटक और श्रद्धालुओं की  भारी भीड़ लगी  रहती है. ऐसे में टेलीकॉम कंपनियों के  मनमानी के कारण आपने  परिवार, मित्रों और क्लाइंट से  बिना बात किये बिल कट जाता है. उपभोक्ता अपने को ठगा महसूस करते हैं.

इंटरनेट की स्थिति भी है बदहाल :-  हाल के दिनों में लगभग सभी  टेलीकॉम कंपनियों ने 3-G की सुविधा को 2-G से भी बदतर कर दिया है. कुछ  डिस्ट्रीब्यूटर ने नाम नहीं बताने की शर्त पर बताया कि बिहार में ऐयरटेल को ही थ्रीजी  का निबंधन है. उसी से सभी प्राइवेट कंपनियां अपना थ्रीजी टैग कर रखी  है. जिसके कारण  लगभग सभी  नेटवर्क  ऐयरटेल का ही है. जिस दिन से  ऐयरटेल  को  4-G का  लाईसेंस  मिला है, उसने अपना और  सभी टैग  टेलीकॉम कंपनियों के  3G  का  हाल 2G से भी बदतर कर दिया है.

फ्लैश मैसेज से उपभोक्ताओं को चूना लगाती है टेलीकॉम कंपनियां : कंपनियों के  द्वारा  मोबाइल पर  मैसेज  भेजा  जाता है  जो  मैसेज बाक्स में  न  जाकर मोबाइल के  स्क्रीन पर नजर  आता है. उपभोक्ता  उसको  पढने  या  हटाने के लिए ओके करता है तो  तुरंत पैसा काट लिया  जाता है. उपभोक्ता के  द्वारा  काल सेंटर में  पूछने पर ढिठाई  से कहा जाता है कि आपने अमुक सुविधा ली है.
    वहीं सिर्फ मधेपुरा जिला मे लगभग 40  से 50 लाख  कॉल  प्रतिदिन किए जाते हैं जिनका लगभग  30 प्रतिशत कॉल, कॉलड्रॉप, वन-वे या  क्रॉस- कनेक्शन का शिकार हो रहे हैं.  स्थानीय डिस्ट्रीब्यूटर ने  बताया  कि हमलोग आये  दिन  कंपनी से इस बावत शिकायत करते रहते हैं. कुछ  का तो यहां तक कहना है कि  कम्पनियाँ साजिश के तहत ये काम  करती है ताकि कंपनी बिना ऐयरटाईम खत्म किये उपभोक्ताओं  के जेब को हल्का कर सके.  सिंहेश्वर मंदिर में  पूजा करने आये एक प्राइवेट कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर ने कहा यहां टेलीकॉम कंपनियां उपभोक्ताओं  का जम कर शोषण करती है. जब सरकार  ही इस मसले पर चुप्पी साधे हुए हैं तो  डिस्ट्रीब्यूटर क्या कर सकता है?
शोषण करती टेलीकॉम कम्पनियाँ: उपभोक्ता लाचार, नहीं है कोई मददगार शोषण करती टेलीकॉम कम्पनियाँ: उपभोक्ता लाचार, नहीं है कोई मददगार Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on September 25, 2015 Rating: 5

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